हालात

केंद्रीय कर्मचारियों के DA में कटौती पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह बोले- कठिन समय में भी नहीं लेना चाहिए ऐसा फैसला

मनमोहन सिंह से पहले शुक्रवार को इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के इस फैसले को अमानवीय और असंवेदनशील बताया था।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री ने मनमहोन सिंह ने सरकारी कर्मचारियों के भत्तों में कटौती पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा, “सरकारी कर्मचारियों के भत्तों में कटौती नहीं की जानी चाहिए। मेरा मानना है कि ऐसे मुश्किल समय में भी केंद्रीय कर्मचारियों और सैनिकों पर ऐसा फैसला थोपना जरूरी नहीं है।”

Published: 25 Apr 2020, 10:22 AM IST

मनमोहन सिंह से पहले शुक्रवार को इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के इस फैसले को अमानवीय और असंवेदनशील बताया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकरण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता (DA) काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है।”

Published: 25 Apr 2020, 10:22 AM IST

गौरतलब है कि बीते मार्च के महीने में मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए महंगाई भत्ते में चार फीसदी के इजाफा कर दिया था, लेकिन अब कोरोना संकट की वजह से इसी इजाफे को रोकने का फैसला लिया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले का असर करीब 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स पर पड़ने की संभावना। हालांकि, कोरोना संकट से जूझ रहे देश के सरकारी खजाने को राहत मिल सकती है। माना जा रहा है कि इस फैसले से सरकारों को राजस्व के संग्रह में आ रही कमी के संकट से जूझने में मदद मिलेगी।

Published: 25 Apr 2020, 10:22 AM IST

क्या होता है डीए?

केंद्रीय कर्मचारियों के रहने-खाने के स्तर को बेहतर बनाने के लिए महंगाई भत्ता (डीए) दिया जाता है। महंगाई भत्ते की गणना बेसिक सैलरी के आधार पर होती है। केंद्र सरकार साल में दो बार डीए में बदलाव करती है। पहला जनवरी से जून के पीरियड के लिए, जबकि दूसरी बार जुलाई से दिसंबर के लिए होता है। इसका मकसद महंगाई में बढ़ोतरी की भरपाई करना होता है।

Published: 25 Apr 2020, 10:22 AM IST

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia

Published: 25 Apr 2020, 10:22 AM IST