देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रिमंडल के पूर्व सहयोगी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की लगातार हिरासत पर चिंता जाहिर किया है। सोमवार को तिहाड़ जेल में बंद पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम से मुलाकात के बाद मनमोहन सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास और आशा है कि न्यायापालिका इस मामले में न्याय करेगी।
Published: 23 Sep 2019, 9:50 PM IST
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार की सुबह तिहाड़ जेल में बंद पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मनमोहन सिंह ने अपनी कैबिनेट के वरिष्ठ सहयोगी को लेकर चिंता जाहिर करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई पर सवाल उठाए। पूर्व पीएम ने कहा कि “हमारी सरकारी प्रणाली में कोई भी निर्णय किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं लिया जा सकता, सभी निर्णय सामूहिक निर्णय होते हैं, जिन्हें फाईलों में दर्ज किया जाता है।”
Published: 23 Sep 2019, 9:50 PM IST
आईएनएक्स मीडिया मामले पर सरकारी प्रक्रिया का जिक्र करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के 6 सचिवों सहित एक दर्जन अधिकारियों ने प्रस्ताव की जांच के उपरांत अपनी सिफारिश दी थी और इसके बाद पी चिदंबरम ने मंत्री के रुप में सर्वसम्मत सिफारिश को अपनी मंजूरी दी थी।
Published: 23 Sep 2019, 9:50 PM IST
पूर्व पीएम ने कहा, “अगर अधिकारियों की कोई गलती नहीं है, तो ये बात समझ से परे है कि वह मंत्री, जिसने सर्वसम्मति से प्राप्त सिफारिश को मात्र अपनी मंजूरी दी, उस पर अपराध करने का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? यदि अकेले एक मंत्री को ही सिफारिश को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा, तो सम्पूर्ण सरकारी प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी।” अंत में मनमोहन सिंह ने इस मामले में न्यायपालिका से इंसाफ मिलने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि “हमें पूर्ण विश्वास और आशा है कि न्यायालय इस मामले में न्याय प्रदान करेंगे।”
Published: 23 Sep 2019, 9:50 PM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 23 Sep 2019, 9:50 PM IST