हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पूर्व वित्त मंत्री और 6 बार विधायक रह चुके प्रोफेसर संपत सिंह ने BJP छोड़कर आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनके साथ 4 और बड़े नेताओं ने कांग्रेस को ज्वाइन किया है। नारनौंद से पूर्व विधायक रामभगत शर्मा और नारनौल से पूर्व विधायक रहे राधेश्याम शर्मा ने भी बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा है। हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट छोड़कर हिम्मत सिंह और बैंक एसोसिएशन के बड़े नेता रहे ललित अरोड़ा ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में पांचों नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे।
प्रोफेसर संपत सिंह ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद आज विधिवत रूप से BJP छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की है। प्रोफेसर संपत सिंह पूर्व में विस में नेता प्रतिपक्ष जैसे पद पर भी आसीन रह चुके हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह कभी भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस से दूर नहीं हुए थे। लेकिन कांग्रेस के भीतर रहकर कुछ स्वार्थी नेता पार्टी को लगातार कमजोर करने में लगे थे। ऐसे नेताओं की वजह से ही लगातार 2 बार कांग्रेस को सत्ता से बाहर रहना पड़ा। लेकिन अब पार्टी के साथ भीतरघात करने वालों का सच सार्वजनिक हो चुका है और वह कांग्रेस से बाहर जा चुके हैं। इसलिए उन्होंने फिर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौ. उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला लिया है।
इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह सभी नेता अपने-अपने इलाकों की मजबूत आवाज हैं। कद्दावर नेताओं द्वारा पार्टी ज्वाइन करने से प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। लगातार पार्टी की बढ़ती ताकत से स्पष्ट हो चुका है कि प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी। हुड्डा ने पार्टी में शामिल हुए सभी सदस्यों को पूर्ण मान सम्मान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं ने सही समय पर सही फैसला लिया है।
चौधरी उदयभान ने कांग्रेस का पटका पहनाकर सभी नेताओं का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज एकबार फिर परिवार के पुराने सदस्य इकट्ठा हो गए हैं। भविष्य में सभी मिलकर BJP की जनविरोधी और सांप्रदायिक नफरत वाली नीतियों को हराने का काम करेंगे। इनके आने से अग्निपथ योजना, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ जारी लड़ाई को मजबूती मिलेगी। आने वाले चुनाव में कांग्रेस बीजेपी-जेजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।
प्रो. संपत सिह 1980 से राजनीति में सक्रिय हैं। राधेश्याम शर्मा बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। नारनौल हलके से विधायक रहे राधेश्याम शर्मा पूर्व में चौटाला सरकार के दौरान राजस्व राज्यमंत्री रहे हैं। शर्मा ने 2005 में नारनौल से निर्दलीय चुनाव लड़ा तथा जीत हासिल की थी। वहीं, नारनौंद से निर्दलीय विधायक रहे रामभगत शर्मा ने 2019 में बीजेपी ज्वाइन की थी। कांग्रेस में शामिल होने वाले हिम्मत सिंह यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं। 2014 में अंबाला सिटी से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर उन्हें 35 हजार वोट मिली थीं। वह 2019 में हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट में शामिल हो गए थे। इनके अलावा कुलदीप विश्नोई के क्षेत्र हिसार और आदमपुर से दर्जनभर पूर्व सरपंचों ने भी कांग्रेस ज्वाइन की है।
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