पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक मामले में एचडीआईएल के निदेशकों, लोन डिफॉल्ट के आरोपी सरंग वधावन और राकेश वाधवान को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। साथ ही उनकी 3500 करोड़ रुपये की संपत्ति को भी जब्त किया है। बता दें कि पीएमसी बैंक ने अपनी कुल पूंजी का 73 फीसदी अकेले इस रियल एस्टेट कंपनी को दे दिया था।
Published: 03 Oct 2019, 7:29 PM IST
इसके पहले मुंबई पुलिस ने पीएमसी बैंक मामले में एचडीआईएल के प्रवर्तकों और बैंक के पूर्व प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया था और विशेष जांच दल द्वारा मामले की जांच कराने की बात कही थी।
गौरतलबल है कि पिछले दिनों पीएमसी बैंक की धोखाधड़ी सामने आने के बाद आरबीआई की तरफ से खाता से निकासी की रकम 10,000 रुपये तय की गई थी। आरबीआई के इस कदम के बाद बैंक के हजारों ग्राहक काफी परेशान हुए थे।
Published: 03 Oct 2019, 7:29 PM IST
इससे पहले आरबीआई ने 24 सितंबर को अपने आदेश में कहा था कि पीएमसी बैंक आने वाले छह महीनों तक लेनदेन नहीं करेगी। उस समय रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक के खाताधारकों के लिये निकासी की सीमा 1,000 रुपये तय की थी। इसके अलावा इस अवधि में बैंक द्वारा नया कर्ज देने पर भी रोक लगाई गई थी।
Published: 03 Oct 2019, 7:29 PM IST
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक संकट के पीछे एसडीआईएल का भी नाम है। कंपनी पर आरोप है कि इसने पीएमसी बैंक से भारी मात्रा में लोन लिया था, जिसे समय पर नहीं चुकाया। और संकट में इस कंपनी के फंसने के बाद पीएमसी बैंक का सारा लोन डूब गया। 1996 में बनी एचडीआईएल यानी हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड मुख्य तौर पर मुंबई और उसके आसपास के इलाके में रियल एस्टेट के कारोबार में है। कंपनी कई स्लम को खाली करवा कर प्रोजेक्ट डेवलप करती है और निर्माण का अधिकार किसी और को बेच देती है।
Published: 03 Oct 2019, 7:29 PM IST
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Published: 03 Oct 2019, 7:29 PM IST