बीते दिनों देश को हिलाकर रख देने वाले हैदराबाद गैंगरेप और हत्या के चारों आरोपियों के पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में मारे जाने की खबर पर जहां कुछ लोग खुशी जता रहे हैं. वहीं कई लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं। आमलोगों के साथ ही राजनेता, मीडिया और संविधान विशेषज्ञों की भी इस मामले को लेकर अलग-अलग राय है। वहीं, इस बीच मारे गए आरोपियों के परिजनों की भी प्रतिक्रिया आ गई है। परिजनों ने कोर्ट में मुकदमा चलाए जाने से पहले ही पुलिस द्वारा उन्हें मुठभेड़ में मार गिराने पर सवाल उठाए हैं।
Published: undefined
शुक्रवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में आरोपियों के मारे जाने की खबर जैसे ही तेलांगना के नारायणपेट जिले में रहने वाले उनके परिजनों तक पहुंची तो वे दंग रह गए। महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के आरोपी दो ट्रक चालकों और दो क्लीनरों के परिजनों का कहना है कि अगर ट्रायल के बाद कोर्ट उन्हें सजा देती तो उन्हें जरा भी दुख नहीं होता।
इस वारदात के मुख्य आरोपी मोहम्मद पाशा उर्फ आरिफ के घर जब मीडियाकर्मी बात करने के लिए पहुंचे तो उसकी मां फफक कर रोने लगी। मुठभेड़ में मारे गए आरोपी की मां ने कहा, "मैंने अपने बेटे को खो दिया। अब आप मुझसे क्या सुनना चाहते हैं?" वहीं, आरिफ के पिता मोहम्मद हुसैन और अन्य रिश्तेदार उसका शव लेने के लिए रंगा रेड्डी जिले के शादनगर के लिए रवाना हो गए हैं।
Published: undefined
वहीं दूसरे आरोपी चिताकुंटा चेन्नकेशवुलु की गर्भवती पत्नी रेणुका चाहती हैं कि पुलिस उसे भी मार डाले। रेणुका ने कहा, "मैं अपने पति के बिना नहीं रह सकती हूं। मुझे भी मार डालो।” रेणुका ने आगे कहा, "पुलिस ने यह कहकर मेरे पति को उठाया था कि वे उसे वापस लेकर आएंगे। लेकिन उन्होंने उन्हें मार डाला।” दोनों की शादी एक साल पहले ही हुई थी।
Published: undefined
जबकि वारदात के तीसरे आरोपी जोलु शिवा के पिता रजप्पा इस बात से आश्चर्यचकित हैं कि अतीत में पुलिस ने आरोपियों को ऐसी सजा क्यों नहीं दी। उन्होंने पूछा, "सिर्फ मेरे बेटे और बाकी तीनों की जान क्यों ली गई?" वहीं चौथे आरोपी छोलु नवीन के पिता एलप्पा ने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें अपने बेटे से मिलने नहीं दिया। उन्होंने कहा, "पुलिस को हमें उससे मिलने देना चाहिए था, बात करने देना चाहिए था। पुलिस के पास उसे और अन्य आरोपियों को कोर्ट के सामने पेश करने का और उन्हें दोषी साबित करने का पूरा समय था।"
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined