"करीब 200 किलोमीटर गाड़ी घुमाया, उसके बाद भी गैस नहीं मिल रही तो हम लोग क्या करेंगे? यदि डॉक्टर मुझे अपनी तरफ से ऑक्सिजन दे दें तो मैं अपनी एम्बुलेंस से किसी भी मरीज को 1500 रुपये में छोड़ सकता हूं।" ये बात कोई और नहीं बल्कि एक एम्बुलेंस चालक राजू कह रहे हैं। दिल्ली में जहां अस्पतालों में बेड के अलावा ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है, वहीं मरीजों को ले जाने वाली एम्बुलेंस भी ऑक्सीजन की कमी झेल रही हैं, जिसके कारण पिछले 3 दिनों से खड़ी हुई हैं।
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आरएमएल अस्पताल के बाहर दर्जनों एम्बुलेंस ऑक्सीजन न मिलने की वजह से खड़ी हुई हैं। हालांकि इन एम्बुलेंस में यदि कोई सामान्य मरीज आता है तो एम्बुलेंस चालक उन्हें ले जाते हैं, लेकिन इस वक्त अधिक्तर गम्भीर मरीज ही आ रहे हैं, ऐसे में एम्बुलेंस चालक ऑक्सीजन ना होने के कारण मना करने पर मजबूर हो रहे हैं, जिससे मरीजों को खासी परेशानी हो रही है।
सुबह 4 बजे से ऑक्सीजन लेने के लिए निकले एम्बुलेंस चालक राजू ने बताया कि, "सुबह 4 बजे 3 आदमी 6 सिलेंडर लेकर गए थे, पहले ओखला में लाइन में लगे रहे, जब नम्बर आ गया तो बोर्ड पर लिख दिया कि अस्पताल का लिखा हुआ डाक्यूमेंट होगा, तभी सिलेंडर मिलेगा, वरना एम्बुलेंस के लिए सिलेंडर नहीं है। ओखला से फरीदाबाद सेक्टर 6 और सेक्टर 25 पहुचें उधर भी लाइन में लगे रहे, वहां भी बोर्ड पर लिख दिया गया कि आपको सिलेंडर नहीं मिलेगा। उधर से फिर 25 किलोमीटर आगे गए, वहां भी मना कर दिया कि सिलेंडर नहीं है।"
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क्यों मना कर रहे हैं सिलेंडर देने के लिए? इसके जवाब में राजू ने कहा कि, "एम्बुलेंस के लिए अस्पताल से डॉक्टर लिख कर देगा, तो उसके बाद ही सिलेंडर दिया जाएगा, ऐसे नहीं मिलेगा।" "करीब 200 किलोमीटर गाड़ी घुमाया, उसके बाद भी गैस नहीं मिल रही तो हम लोग क्या करेंगे? राजू ने कहा कि यदि डॉक्टर मुझे अपनी तरफ से ऑक्सीजन दे दे तो मैं अपनी एम्बुलेंस से किसी भी मरीज को 1500 रुपये में छोड़ सकता हूं।
अन्य एम्बुलेंस चालकों के अनुसार 3 दिन से गाड़ी ऐसे ही खड़ी हुई है, बिना ऑक्सिजन किस मरीज को लेकर जाएं? ऑक्सिजन लेने जाओ तो 4 किलोमीटर की लाइन लगी हुई है, कौन रोज लाइन में लगेगा? अस्पताल के बाहर खड़े एम्बुलेंस चालक राजेश ने बताया, "हमारी गाड़ियों में ऑक्सीजन नहीं है, ऑक्सीजन प्लांट पर भी ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है, यदि मिल भी रहा है तो 200 लोगों की लाइन लगी हुई है। हमारी गाड़ियां 3 से 4 दिन से खड़ी हुई हैं, फिलहाल साधारण मरीज कम आ रहे हैं, गम्भीर मरीज ज्यादा आ रहे हैं और बहुत मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत भी हो रही है।"
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हालांकि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए केजरीवाल सरकार अब विदेश से ऑक्सीजन टैंकर और प्लांट मंगवा रही है। दिल्ली सरकार ने बैंकॉक से 18 ऑक्सीजन टैंकर मंगवाने का फैसला किया है। वहीं फ्रांस से ऑक्सीजन के 21 प्लांट आयात किए जा रहे हैं, जो रेडी टू यूज होंगे। इनको अलग-अलग अस्पतालों में लगाया जाएगा जिससे ऑक्सिजन की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।
दूसरी ओर दिल्ली में बढ़ती ऑक्सीजन की किल्लत पर दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई और ऑक्सीजन की कालाबाजारी की खबरों पर कहा कि उसका सिस्टम किसी काम का नहीं है। यह पूरी तरह से फेल नजर आता है। हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य सरकार बताए कि उससे नहीं हो रहा है, तो कोर्ट ये जिम्मेदारी केंद्र को भी दे सकती है।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)
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