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चुनाव खत्म, लेकिन याद रहेंगे रडार से बचाते बादल, इंटरव्यू का लीक पर्चा, गुफा वाली फोटो और प्रेस कांफ्रेंस 

सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग के साथ ही लोकसभा चुनाव रविवार को संपन्न हो गए। नतीजे 23 मई को आने हैं, और देश को उस दिन तक इंतज़ार करना चाहिए। 2019 का चुनाव बेहद अजीब साबित हुआ है। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे प्रसंग जो पूरे चुनाव में छाए रहे।

टीवी ग्रैब
टीवी ग्रैब 

मोदी की प्रेस कांफ्रेंस

सातवें और आखिरी चरण के लिए प्रचार शुक्रवार शाम 5 बजे (पश्चिम बंगाल में गुरुवार रात 10 बजे) खत्म हो गया था। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के सात प्रेस कांफ्रेंस की। करीब एक घंटे चली इस प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री मौन रहे और एकाध सवाल के जवाब में उन्होंने इशारा अमित शाह की तरफ कर दिया। इस लोकसभा चुनाव की यह अब तक की सबसे बड़ी सुर्खी रही।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

इस प्रेस कांफ्रेंस की चौतरफा चर्चा हुई, तमाम अखबारों ने इसका जिक्र किया, लेकिन जिस तरह इस प्रेस कांफ्रेंस को द टेलीग्राफ ने प्रस्तुत किया वह अद्भुत रहा। द टेलीग्राफ ने अपने फ्रंट पेज पर इस प्रेस कांफ्रेंस को जगह दी, लेकिन कोई हेडलाइन नहीं लिखी, उसकी जगह नो हार्न का एक प्रतीक लगा दिया। इसके नीचे विभिन्न मुद्राओं में मोदी की फोटो के नीचे फिर खाली जगह छोड़ दी और लिखा कि ‘द टेलीग्राफ इस जगह को आरक्षित रख रहा है, इसे तब भरा जाएगा जब प्रधानमंत्री किसी प्रेस कांफ्रेंस में सवालों के जवाब देंगे।’

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

मोदी की केदारनाथ यात्रा

लोकसभा चुनाव का प्रचार खत्म हो चुका था, लेकिन मतदान से एक दिन पहले और मतदान वाले दिन टीवी चैनलों पर मोदी की केदारनाथ यात्रा छाई रही। विपक्षी दलों ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया, लेकिन अपनी साख पर एक के बाद एक बट्टा लगाने वाले चुनाव आयोग को इसमें कोई खामी नजर नहीं आई।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

देशभक्त गोडसे

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार और आतंकवाद की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार देकर राजनीतिक भूचाल पैदा किया। इसके बाद दबाव बढ़ने पर कहा कि जो पार्टी की लाइन है, वही मेरी भी लाइन है। इस पर नया बवाल खड़ा हुआ और अंतत: प्रज्ञा को माफी मांगनी पड़ी।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

बंगाल में बवाल, पर आयोग को मोदी का खयाल

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

सातवें और आखिरी चरण के मतदान से ऐन पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता में जबरदस्त हिंसा हुई और इस उपद्रव में ईश्वरचंद विद्यासागर की प्रतिमा खंडित कर दी गई। हंगामा बढ़ा, बात चुनाव आयोग तक पहुंची और उसने ऐतिहासिक कार्रवाई करते हुए धारा 324 का इस्तेमाल किया और पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर प्रचार तय समयसीमा से 19 घंटे पहले ही खत्म करने के निर्देश जारी कर दिए। लेकिन इस निर्देश में आयोग ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि पाबंदी वाले दिन बंगाल में होने वाली पीएम मोदी की रैलियों पर असर न पड़े, इसलिए प्रचार पर पाबंदी का समय रात 10 बजे किया गया।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

इंटरव्यू का पर्चा लीक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान टीवी चैनलों को खूब इंटरव्यू दिए। लेकिन एक इंटरव्यू में वह हो गया जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। इंटरव्यू के दौरान अतिउत्साह में टीवी चैनल ने वह दिखा दिया जिससे पोल खुल गई की पीएम मोदी के इंटरव्यू में सवाल ही नहीं, जवाब भी पहले से लिखे होते हैं।

बालाकोट के बादल और रडार

इसी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी बात कह दी कि दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञ सिर खुजाते नजर आए। पीएम मोदी ने कहा कि जब बालाकोट में हवाई हमला होना था तो उस दिन बादल थे और बारिश हो रही थी, वायुसेना इस हमले को टालना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कहा कि बादलों के कारण भारतीय विमान रडार की रेंज में नहीं आएंगे। इस बयान पर सोशल मीडिया ने जो मजे लिए, वह देखने लायक थे।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

‘मैंगो’ वाला इंटरव्यू और अक्षय कुमार की ‘अराजनीतिक’ बातें

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

फिल्मों के टीज़र या ट्रेलर की तरह हिंदी फिल्मों के अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर बताया कि वे कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जिसे लेकर नर्वस हैं। लोग अभी कयास ही लगा रहे थे कि अगले दिन वे पीएम मोदी का ‘अराजनीतिक’ इंटरव्यू करते नज़र आए। इसमें उन्होंने मोदी से आम खाने जैसी व्यक्तिगत बातों पर सवाल पूछे और उनको इसके जवाब भी मिले। लेकिन इसके साथ ही अक्षय कुमार को उनकी कनाडाई नागरिकता को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल भी होना पड़ा और मोदी जी का मजाक बना वह अलग।

तेजबहादुर का नामांकन

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

बीएसएफ से बर्खास्त सीआरपीएफ जवान तेजबहादुर ने वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन दाखिल किया। पहले वे आजाद उम्मीदवार थे, लेकिन बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें गठबंधन की तरफ से टिकट दे दिया। ऐसा होते ही चुनाव आयोग ने ऐसी-ऐसी तिकड़म लगाईं जिनका तेजबहादुर समय रहते न तो जवाब दे पाए न स्पष्टीकरण, और आयोग ने उनका नामांकन ही रद्द कर दिया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा लेकिन उन्हें वहां से भी कोई राहत नहीं मिली।

सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा के नाम पर वोट मांगे पीएम मोदी ने

प्रधानमंत्री ने प्रचार के दौरान राजस्थान में रैली के दौरान कहा कि अपना पहला वोट पुलवामा के शहीदों के नाम पर दें। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार सेना और जवानों के नाम पर वोट नहीं मांगा जा सकता। विपक्ष ने इसकी शिकायत आयोग से की, लेकिन आयोग ने पीएम को क्लीन चिट दे दी।

बदजुबानी और निजी हमले

पीएम मोदी ने बोफोर्स घोटाले को मुद्दा बनाते हुए स्व. प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बेहद अपमानजनक टिप्पणी की। उनके इस बयान की चौतरफ कटु निंदा हुई।

Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST

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Published: 20 May 2019, 7:00 AM IST