कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र के पुणे में एक स्थानीय कॉलेज में छात्रों के साथ संवाद किया। छात्रों के साथ सवाल-जवाब के दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। छात्रों से संवाद में राहुल गांधी ने कहा, “जो कुछ भी कहता हूं सोच समझकर कहता हैं। मैं झूठे वादे नहीं करता हूं। मैं सच बोलता हूं। कई बार जब मैं सच बोलता हूं तो यह बहुत रोमाचंक नहीं लगता है। यदि मैं कहता हूं कि हम 5 करोड़ परिवारों को 72 हजार रुपये देंगे, यह होगा। इसके लिए न तो मध्यम वर्ग पर भार डाला जाएगा और नहीं इनकम टैक्स बढ़ाया जाएगा।”
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संवाद के दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से सवाल पूछा कि ‘न्याय’ योजना के लिए कहां से पैसा आएगा। सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने इस कदम को गरीबी पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया है।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और माल्या जैसे उद्योगपति देश का हजारों करोड़ रुपये लेकर भाग गए। अगर मौजूदा सरकार इन उद्योगपतियों को इतने पैसे लेकर जाने देती है। तो हमारी सरकार भी ‘न्याय योजना’ के लिए पैसे जमा कर सकती है।” उन्होंने आगे कहा कि इस योजना को लेकर काफी चर्चा की गई है। जानकारों से राय लेने के बाद ही इसका ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि हम न्याय के जरिए देश के 20 फीसदी गरीबों को 72 हजार रुपये सालाना देकर दिखाएंगे।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि कि देश के विश्वविद्यालय को इस तरह से संगठित नहीं किया गया है कि वहां से निकलने वाले छात्रों को सीधे तौर पर नौकरी मिल सके। छात्रों को ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद उन्हें नौकरी नहीं मिलती है।
उन्होंने आगे कहा, “स्वास्थ्य और शिक्षा पर हमारी सरकार पैसे खर्च करेगी। हमारी यह कोशिश होगी कि जिला स्तर पर बेहतर शिक्षा संस्थान और स्वास्थ्य से जुड़े संस्थान का निर्माण किया जाए। हम इन संस्थानों पर पैसे खर्च करेंगे, ताकि बेहतर रिजल्ट मिले।”
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एयर स्ट्राइक को लेकर एक छात्रा ने सवाल किया। जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “एयर स्ट्राइक का श्रेय वायुसेना को मिलना चहिए, क्योंकि उन्होंने किया है। पीएम मोदी एयर स्ट्राइक पर राजनीति करते हैं, लेकिन मैं इस पर राजनीति नहीं करता।”
नोटबंदी को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “नोटबंदी एक विनाशकारी विचार था। इसका भारत की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा। हमारी सरकार जॉब बढ़ाएगी ताकि नोटबंदी का असर कम हो सके। हमारे बैंकिंग सिस्टम पर 20 से 25 लोगों का कब्जा है। इसमें युवाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।” उन्होंने आगे कहा कि योजना अयोग को फिर से लाया जाएगा। हालांकि उसके स्वरूप बदलाव किया जा सकता है।
घोषणापत्र पर छात्रों से बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि किसानों और गरीबों समेत समाज के सभी वर्गों से राय लेने के बाद कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार किया गया है। इतना ही नहीं इसके लिए सभी पक्षकारों से बी बातचीत की गई है।
एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “मैं यहां पर हूं और मैं अपने साहस की वजह से वही हूं जो आज हूं। मेरा साहत मेरे अनुभव से आया है और मैं स्वीकार करता हूं और सच का सामना करता हूं। यदि आप स्वीकार करेंगे और सच्चाई का सामना करेंगे तो आपको भी साहस आएगा। यदि आप झूठ में विश्वास करेंगे और उसी में जिएंगे तो आपको डर लगेगा।”
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