अफगानिस्तान पर तालिबानियों के कब्जे के बाद देश में जारी बवाल के कारण अफरातफरी का असर दिल्ली के ड्राई फ्रूट्स बाजार पर पड़ने लगा है। दिल्ली समेत पूरे भारत के बाजारों में ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में इजाफा देखा जाने लगा है। वहीं भविष्य में हालात कैसे रहेंगे इस पर दुकानदार सिर्फ अनुमान ही लगा रहे हैं।
दिल्ली के खारी बावली बाजार में बैठे दुकानदारों के अनुसार ड्राई फ्रूट्स की कीमत करीब 20 फीसदी बढ़ गई है। यानी जो ड्राई फ्रूट्स 1800 रुपए के मिला करते थे, उनकी कीमत 2000 रुपये प्रति किलो हो गई है। हर दिन के साथ ड्राई फ्रूट्स की कीमत में इजाफा होता जा रहा है।
हालांकि, आगामी दिनों में खुदरा बाजार में इसका और भी ज्यादा असर देखने को मिल सकता है।
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दरअसल अफगानिस्तान, अमेरिका और ईरान से काफी मात्रा में ड्राई फ्रूट्स दिल्ली के बाजारों में पहुंचता है। अमेरिका और ईरान से आने वाले ड्राई फ्रूट्स को लेकर दुकानदार निश्चिंत हैं, लेकिन अफगानिस्तान से आने वाले ड्राई फ्रूट्स को लेकर कोई साफ तरिके से अपनी राय नहीं रख पा रहे हैं। भारत को अफगान से होने वाले आयात में सूखे किशमिश, अखरोट, बादाम, अंजीर, पाइन नट, पिस्ता, सूखे खुबानी और खुबानी, चेरी, तरबूज और औषधीय जड़ी-बूटियों और ताजे फल शामिल हैं।
दुकानदारों के अनुसार अभी कोविड के कारण इतना असर नहीं देखने को मिल रहा, लेकिन आगामी त्योहारों पर सही फर्क नजर आएगा। कुछ व्यापारियों ने यह तक कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान भी ऐसा लगा था कि बाजार पर असर होगा, लेकिन उस वक्त भी आवाजाही सुचारू रूप से चालू थी। अफगानिस्तान से जो ड्राई फ्रूट्स आ रहे हैं, उनमें थोड़ी देरी हो सकती है, क्योंकि अब रास्ते बदलने पड़ेंगे और अब पैसा भी ज्यादा खर्च होगा।
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खारी बावली बाजार में ड्राई फ्रूट्स का व्यापार कर रहे संदीप ने बताया कि अफगानिस्तान में जो चल रहा है इससे बाजार पर असर पड़ेगा, अफगान से जो माल आता है, उनमें कमी होगी यदि घूमकर भी आएगा तो किराया महंगा पड़ेगा। हालांकि, कुछ आइटम्स में अभी से फर्क आने लगा है, जैसे कि पिस्ता के दाम में इजाफा हुआ है।
बाजार के एक अन्य ड्राई फ्रूट्स व्यापारी ने बताया कि बादाम, अंजीर और मुनक्के के दामों में इजाफा हुआ है। वहीं त्यौहारों के वक्त पता लग सकता है कि बाजार में माल की कितनी कमी है। इसके अलावा ब्लैक मार्केटिंग भी हो सकती है।
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हालांकि अफगान चैंबर ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य रमेश गुप्ता ने बताया कि, अफगान संकट के कारण भारत के ड्राई फ्रूट्स बाजार में कुछ असर नहीं पड़ा है। क्योंकि लॉकडाउन के कारण स्टॉक पहले से रखा हुआ है। नई फसल अगले महीने तक आएगी। बता दें कि भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2020-21 में 1.4 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जबकि 2019-20 में 1.52 बिलियन अमरीकी डॉलर था।
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