डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने कहा है कि भारत में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 13,500 करोड़ रुपये की लोन धोखाधड़ी के मामले में वांछित भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के 'रहस्यमय' आगमन के संबंध में उनकी सरकार का रवैया बिलकुल साफ है। डोमिनिका न्यूज ऑनलाइन के अनुसार, प्रधानमंत्री स्केरिट ने एंटीगुआ और भारत की सरकारों के साथ मिलकर चोकसी को वापस लाने की साजिश रचने के दावों को पूरी तरह से बकवास करार दिया है।
उनके मुताबिक, यह कहना कि डोमिनिका सरकार और भारत के साथ एंटीगुआ की सरकार ने किसी भी तरह से मिलीभगत की, यह पूरी तरह से बकवास है। उन्होंने कहा, 'हम खुद को उस तरह की गतिविधियों, उन प्रथाओं में शामिल नहीं करते हैं, बिल्कुल नहीं। मेरा मतलब है, यह बेतुका है और हम इसे अस्वीकार करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई भी सज्जन व्यक्ति इस निराधार दावे को प्रचारित करना चाहेगा, जो अदालत के विचाराधीन है।'
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प्रधानमंत्री स्केरिट ने आगे कसम खाई कि उनकी सरकार कानून को समान रूप से लागू करेगी, भले ही अपराध करने का आरोप किसी पर भी लगा हो। उन्होंने कहा कि ईरानी मूल के डोमिनिकन नागरिकता धारक और राजनयिक अलीरेजा जि़बहलत मोनफारेड के साथ ऐसा ही मामला हुआ था, जो ईरानी सरकार द्वारा अरबों डॉलर के गबन के आरोप में वांछित था। लंबे अंतरराष्ट्रीय तलाशी अभियान के बाद मोनफारेड को 2017 में डोमिनिकन गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था।
स्केरिट ने कहा, आपने मोनफारेड के मामले में यह सब बातें देखीं। अगर वह उस समय हमारे देश डोमिनिका में रहता, जब ईरानी सरकार ने हमसे पूछा होता, तो हम उसे पकड़ लेते।
स्केरिट ने कहा, उसे पकड़ने के लिए एक चर्चा और एक निर्णय था, अगर ईरानी अधिकारी हमारे सामने आरोप पेश करते। मिस्टर मोनफेयर एक डोमिनिकन नागरिक थे लेकिन हम अंतरराष्ट्रीय कानून, अपनी जिम्मेदारियों और अपने दायित्वों के बारे में संक्षिप्त जानकारी रखते हैं।
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इससे पहले, यूनाइटेड वर्कर्स पार्टी के विपक्षी नेता, लेनोक्स लिंटन ने आरोप लगाया था कि डोमिनिकन सरकार ईरानी नागरिक और पूर्व-डोमिनिकन राजनयिक की ओर से कवर-अप में शामिल थी, जिसे इसमें शामिल होने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने दावा किया था कि डोमिनिका की सरकार ने मुकदमे का सामना करने के लिए मोनफ्रेड के प्रत्यर्पण पर ईरान सरकार के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया था।
स्केरिट ने अपने राजनीतिक विरोधियों, मुख्य रूप से यूडब्ल्यूपी समर्थकों और उसके नेता से आग्रह किया कि वे उन मामलों में चयनात्मक न हों जिनका वे समर्थन करते हैं, खासकर जब यह समान प्रकृति का हो। स्केरिट ने कहा कि मैं विशेष रूप से चोकसी के बारे में बात कर रहा हूं। ग्रैंड बे के एक युवा लड़के को अमेरिका प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हमने उस मामले में विपक्ष से कुछ नहीं सुना।
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प्रधानमंत्री स्केरिट ने कहा कि हम अलग-अलग लोगों के साथ अलग व्यवहार नहीं करना चाहते हैं। यह इस बात पर निर्भर नहीं करता कि वे कौन हैं या उनके पास कितना पैसा हो सकता है। हम सभी कानून के अधीन हैं, चाहे हमारी स्थिति कुछ भी हो या हमारे पास कितना भी पैसा हो, या हमारे पास नहीं हो। उनकी सरकार अदालत को चोकसी के संबंध में अपनी प्रक्रिया को पूरा करने की अनुमति देगी और आश्वासन दिया कि डोमिनिका द्वारा उनके अधिकारों और दायित्वों का सम्मान किया जाएगा।
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बता दें कि चोकसी, जो सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भारत में वांछित है, 23 मई को एंटीगुआ से लापता हो गया था। बाद में उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया। उसके वकीलों ने तर्क दिया है कि उसका जबरन अपहरण किया गया था और उसे शारीरिक यातना दी गई थी। चोकसी पर डोमिनिका में अवैध रूप से घुसने का भी आरोप है। चोकसी ने निवेश कार्यक्रम के जरिए 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल की थी। सीबीआई द्वारा पीएनबी धोखाधड़ी मामले में मामला दर्ज करने से कुछ दिन पहले वह 4 जनवरी 2018 को भारत से चला गया था। वह अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ इस मामले में वांछित है।
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