बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने मुंबई में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक 34 साल के सुशांत सिंह राजपूत के नौकर ने उनके शव को पंखे से लटका देखा। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अस्पताल ले जाकर पोस्टमॉर्टम कराया। हालांकि सुशांति सिंह ने आत्महत्या क्यों कि इस बात का खुलासा अबतक नहीं हुआ है। शुरूआती खबरों की माने तो सुशांत छह महीनों से डिप्रेशन में थे और उनका इलाज ले रहे थे। सुशांत सिंह के निधन से ना सिर्फ बॉलीवुड जगत बल्कि खेल जगत भी सदमे में है। आखिर क्या होता है ये डिप्रेशन और इस दौरान ऐसा क्या होता है कि आत्महत्या जैसा कदम उठाने की नौबत आ जाती है।
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डिप्रेशन मन की एक ऐसी खतरनाक स्थिति है जब जीवन के प्रति हमारा सामान्य नजरिया बदल जाता है। ये प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार (major depressive disorder) के तहत आता है जो कि आम लेकिन सीरियस मेडिकल जरूरत है। अवसाद में हमारे सोचने और काम करने के तरीके पर असर पड़ता है। कम से कम दो हफ्ते तक लगातार सिर्फ नकारात्मक सोच रहे, नींद और खाने का तरीका बदल जाए, हरदम थकान रहे, शौक खत्म हो जाए तो ये सारे लक्षण डिप्रेशन के तहत आते हैं। वैसे तो डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है लेकिन कुछ खास लोगों में इसका खतरा ज्यादा रहता है। जैसे मस्तिष्क में कुछ खास केमिकल्स में बदलाव से अवसाद होता है। इसकी वजह से दिमाग के 3 हिस्सों- हिप्पोकैंपस, एमीग्डेला और प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स पर असर होता है। ये तीनों ही हिस्से काफी अहम हैं और याददाश्त, निर्णय लेने की क्षमता और भावनाओं पर कंट्रोल रखते हैं। इनपर असर पड़ने पर इंसान का नॉर्मल व्यवहार बदल जाता है। डिप्रेशन के पीछे कोई आनुवांशिक वजह भी हो सकती है। इसके तहत कुछ लोग जब चुनौतीपूर्ण समय से गुज़र रहे होते हैं तो उनके अवसाद में जाने की आशंका अधिक रहती है। इनके अलावा हिंसा, बचपन के बुरे अनुभव, गरीबी और कमजोर आत्मविश्वास भी डिप्रेशन की वजह हो सकता है।
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रिसर्च में देखा गया कि एंटी डिप्रेसेंट्स लगभग 90 प्रतिशत लोगों पर काम करते हैं। ये मूलतः 4 तरह के होते हैं, जैसे serotonin, norepinephrine, dopamine और monoamine oxidase inhibitors। इन दवाओं के इस्तेमाल से मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन काफी हद तक ठीक हो जाता है। वैसे ये दवाएं तुरंत असर नहीं करतीं, बल्कि तीन से चार हफ्तों के भीतर ही असर दिखना शुरू होता है और इलाज कुछ महीनों से लेकर कई साल तक चल सकता है। ये इस बात पर निर्भर करता है कि डिप्रेशन किस स्तर का है, माइल्ड, मॉडरेट या सीवियर। दवाओं के साथ psychotherapy भी दी जाती है, इसके तहत मरीज से बात करके डिप्रेशन की जड़ तक पहुंचने की कोशिश होती है। डॉक्टरों का मानना है कि कई बार मरीज का डिप्रेशन इतना पुराना और इस स्तर का होता है कि दवाओं के साथ ही साथ Electroconvulsive Therapy भी देनी होती है।
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अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से पहले बॉलीवुड की कई अभिनेत्री और अभिनेता ऐसे हैं जिन्होंने डिप्रेशन में आकर सुसाइड जैसा कदम उठाया है। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम एक्टर कुणाल सिंह का है। साल 1999 में 'Kadhalar Dhinam' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाले एक्टर कुणाल सिंह ने 7 फरवरी 2008 को मुंबई स्थित अपार्टमेंट में पंखे से लटके हुए मिले थे। कहा जाता है कि फिल्मों में लगातार मिल रही असफलता से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया था।
80 और 90 के दशक में करोड़ों दिलों पर राज करने वाली सिल्क ने काम पर ध्यान ना दे पाने के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। वे चेन्नई के अपार्टमेंट वो मृत पाई गईं थी। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि गरीब घर में पली बढ़ी सिल्क ऐसा कदम उठा सकती हैं।
बहुत छोटी उम्र में लोगों के दिलों पर राज करने वली बला की खूबसूरत दक्षिण भारतीय अभिनेत्री दिव्या भारती की महज 19 साल की उम्र में ही मृत्यु हो गयी थी। दिव्या भारती की मौत आज भी एक रहस्य है।
करोड़ों दिलों पर राज करने वाली परवीन बॉबी की मौत भी रहस्यमयी हुई थी। उनके दरवाजे पर 3 दिन के दूध व अखबार पड़े देखकर उनकी कॉलोनी के सोसायटी सचिव ने पुलिस को जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा साल 2005 को मुंबई के अपने अपार्टमेंट में उनके मृत पाने की जानकारी पूरे भारत को मिली थी।
अभिनेत्री शिखा जोशी ने 40 साल की उम्र में 16 मई 2015 को मुंबई के अंधेरी इलाके में चाकू से गला काटकर सुसाइड कर लिया था। बताया जा रहा है कि फिल्म 'बीए पास' में काम कर चुकी शिखा जोशी निजी जिंदगी में काफी अकेली थीं।
बॉलीवुड अमिताभ बच्चन के साथ साल 2007 में फिल्म निशब्द से फिल्मी करियर शुरू करने वाली अभिनेत्री जिया खान ने पिछले साल 2016 में आत्महत्या कर ली थी।
प्रत्युषा बनर्जी ने भी एक अप्रैल 2016 को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। वह 24 साल की थी। प्रत्युषा बनर्जी ने अपने कमरे में ही रस्सी से खुद को लटकार आत्महत्या कर ली थी।
बॉलीवुड अभिनेत्री सैय्यम खन्ना (मोना खन्ना) ने वर्ष 2014 में सुसाइड की थी। अभिनेत्री सैय्यम खन्ना ने मुंबई के वर्सोवा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में बॉलीवुड अभिनेत्री सैय्यम खन्ना ने लिखा था कि फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिलने से वो परेशान हैं और इसलिए ऐसा कदम उठा रही हैं।
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