गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने की मांग को लेकर अपनी रैली शुरू करने से पहले सरदार सम्मान संकल्प समिति और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेताओं को रविवार को हिरासत में ले लिया गया। 2021 में मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया था।
Published: 12 Jun 2022, 6:41 PM IST
दोनों संगठनों ने बारदोली सत्याग्रह आश्रम (सूरत ग्रामीण-दक्षिण गुजरात) से अपनी मांग पर जोर देने के लिए रैली का आह्वान किया था, लेकिन इससे पहले कि संगठन के सदस्य सत्याग्रह आश्रम में इकट्ठा होते, सूरत ग्रामीण पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। सूरत पुलिस ने यह कहते हुए कार रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया था कि इससे भीड़ होगी, जिससे अन्य नागरिकों को परेशानी होगी।
Published: 12 Jun 2022, 6:41 PM IST
इसके बावजूद, एसएसएसएस और पीएएएस नेताओं ने अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का फैसला किया, लेकिन यह व्यर्थ रहा। पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए पीएएएस के संयोजक अल्पेश कथिरिया ने कहा, "लोकतंत्र में सभी को मुद्दों पर विरोध करने का अधिकार है, लेकिन आज इसे अस्वीकार कर दिया गया। यह शर्मनाक है कि पुलिस बल का इस्तेमाल लोगों की आवाज को दबाने के लिए किया गया, जो यहां आए थे। उनकी एक ही मांग है कि मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम कर दिया जाए।"
Published: 12 Jun 2022, 6:41 PM IST
बता दें कि 24 फरवरी, 2021 को गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया। इस कदम का पाटीदारों के एक वर्ग ने विरोध किया, विशेष रूप से सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म स्थान करमसाद के पाटीदार और बाद में राज्य भर के पाटीदार उनके साथ शामिल हो गए। कथिरिया ने कहा कि भविष्य के कार्यक्रम एसएसएसएस द्वारा तय किए जाएंगे और पीएएएस सदस्य इसमें भाग लेंगे और आयोजनों को समर्थन देंगे।
Published: 12 Jun 2022, 6:41 PM IST
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Published: 12 Jun 2022, 6:41 PM IST