दिलवालों की दिल्ली इन दिनों नफरत की आग में जल रही है। राजधानी के उत्तर-पूर्वी इलाके से नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर लगातार तीसरे दिन हिंसा की खबरें आ रही हैं। इस हिंसा में अब तक एक कॉन्सटेबल समते 7 लोगों की जान चली गई। वहीं उन इलाकों में रहने वाले लोग किसी भी तरह से हिंसा पर काबू की कोशिश कर रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच हिंसा रोकने में मौजपुर के लोगों ने अहम भूमिका निभाई। यहां रहने वालों ने दोनों समुदाय के प्रदर्शनकारियों के बीच मानव श्रृंखला बनाकर हिंसा बढ़ने से रोका। इस बीच एक व्यक्ति जब अपना खोया हुआ बैग ढूंढने के लिए प्रदर्शन वाले इलाके में पहुंचा तो उसका सामना लाठी-डंडे लिए लोगों से हो गया। लोगों ने पूछा- हिंदू भाई हो? इस पर शख्स ने हां में सिर हिलाया और प्रदर्शनकारियों ने उसे जाने दिया।
Published: undefined
हिंसा की आग बुझाने के लिए दिल्ली पुलिस को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) सतीश गोलचा ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाया और कहा- “दिल्ली में एक बड़ा इवेंट हो रहा है। हमारी इज्जत दांव पर है। ऐसे में शांति बनाए रखना जरूरी है। हम आपकी बात भी सुनेंगे।” हालांकि, इसी बीच एक प्रदर्शनकारी चिल्लाया- “कपिल मिश्रा (बीजेपी नेता) का क्या, जो इन सबके लिए जिम्मेदार है?” इस पर गोलचा ने कहा- “सुप्रीम कोर्ट अब हमारी सुन रही है। सभी का नाम खराब हुआ है।”
Published: undefined
राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में अब भी माहौल शांत नहीं बताया जा रहा है। बीती रात भी कई इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। सीएए समर्थकों और उसके खिलाफ बताए जा रहे लोग एक दूसरे के सामने आते दिखे। खबर है कि शाम को प्रदर्शन के शांत होने के बावजूद सीएए समर्थकों की भीड़ पूरे इलाके में लाठी-डंडों के साथ घूमती रही। हालांकि पुलिस की वजह से माहौल शांत बना रहा।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined