दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी से निष्कासित ताहिर हुसैन को पुलिस ने बचाया था। तथ्य यह है कि 24 फरवरी की रात को हमें सूचना मिली कि एक पार्षद फंस गया है और घिरा हुआ है, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो वह अपने घर पर पाया गया।
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दरअसल इससे पहले आज शाम में दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त अजय कुमार सिंगला ने कहा था कि 24-25 फरवरी की दरम्यानी रात में कुछ लोगों ने हमें बताया था निलंबित आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन दंगे में फंसे हुए हैं और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, उन्हें तब गली से बचाया गया था।
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लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन को लेकर अपना बयान फिर से बदल लिया है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम एस रंधावा ने ये भी कहा कि 26 फरवरी को जब आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा का शव मिला और उनके परिवार ने आरोप लगाए, तब जाकर ताहिर हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया। उसके बाद ताहिर के घर की तलाशी ली गई और सबूत इकट्ठा किए गए। पुलिस छापेमारी कर रही है और जल्द से जल्द उसे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
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