पश्चिम बंगाल के कोलकाता के एनआरएस अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में दिल्ली एम्स, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के डॉक्टर्स भी आ गए हैं। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने हड़ताल बुलाई है, जिसका असर दिल्ली एम्स में देखने को मिल रहा है। एनआरएस अस्पताल में डॉक्टर्स के साथ हुई मारपीट के विरोध में दिल्ली एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। ऐसे में दिल्ली एम्स में मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। मरीज भटकने को मजबूर हैं।
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST
इससे पहले गुरुवार को एम्स के डॉक्टरों ने पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया था।
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST
दिल्ली एम्स के अलावा पूरे महाराष्ट्र में रेजीडेंट डॉक्टरों ने काम करने से मना कर दिया है। मुंबई के डॉक्टरों का कहना है कि वह साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे। खबरों के मुताबिक, केरल और बिहार समेत कई दूसरे राज्यों में भी डॉक्टरों ने काम करने से मना कर दिया है। वहीं हैदराबाद में डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में इन राज्यों में भी मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का अल्टीमेटम बेअसर रहा है। गुरुवार को ममता बनर्जी ने रेजीडेंट डॉक्टरर्स को 4 घंटे के अंदर काम पर लौटने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर डॉक्टर काम पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन ममता के अल्टीमेटम के बावजूद डॉक्टर्स काम पर नहीं लौटे। यह मामला अदालत तक पहुंच गया है। हड़ताल को लेकल कलकत्ता हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसपर आज सुनवाई होनी है।
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST
डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने की ये वजह है:
10 जून करीब साढ़े पांच बजे कोलकाता के नील रत्न सरकार (एनआरएस) मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 साल क बुजुर्ग की मौत हो गई थी। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने मौके पर मौजूद डॉक्टरों को गालियां दीं। वहीं डॉक्टरों ने कहा कि जब तक परिजन उनसे माफी नहीं मांगते वे प्रमाण पत्र नहीं देंगे। इस बात से गुस्साए लोगों ने मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में हमला कर दिय। इस दौरान एनआरएस के दो जूनियर डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जबकि कई डॉक्टरों को चोटें आई थीं। तभी से एनआरएस के रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। वहीं एनआरएस कॉलेज के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल इस मामले में अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं।
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 14 Jun 2019, 10:29 AM IST