आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक कुमार विश्वास और दिल्ली सरकार के बीच एक बार फिर दूरियां बढ़ती दिखाई दे रही हैं। राज्यसभा के लिए कुमार विश्वास के नाम पर मुहर नहीं लगाने के बाद केजरीवाल सरकार और कुमार विश्वास के बीच टकराव का दौर जारी है। दिल्ली सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किला मैदान में होने वाले कवि सम्मेलन के लिए कुमार विश्वास को न्योता तक नहीं भेजा है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से वे हर बार इस कार्यक्रम में बुलाए जाते थे।
आम आदमी पार्टी की सरकार में हिंदी अकादमी द्वारा तीसरी बार राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। 8 जनवरी को दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण पत्र जारी किए गए। इसमें वरिष्ठ कवि गोपाल दास नीरज और शायर वसीम बरेलवी के नाम सारस्वत अतिथि और अध्यक्षता करने वाले के तौर पर नाम मौजूद हैं। इनके अलावा देशभर से 21 कवि हिस्सा लेने पहुंचेंगे। कवि सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे।
Published: 10 Jan 2018, 12:52 PM IST
कुमार विश्वास ने कहा कि इस बार परिस्थितियां ऐसी हैं कि दिल्ली सरकार की हिम्मत नहीं है कि उन्हें श्रोता रूप में भी सहन कर सके। सरकार में बैठे लोग उनसे नजरें चुराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन लाल किले के कवि-सम्मेलन में निमंत्रण मिलना-न मिलना उनके लिए महत्वपूर्ण विषय नहीं है क्योंकि वो लोगों के दिलों के लाल किले में बसे हुए हैं।
पिछले दिनों आप की ओर से राज्यसभा के लिए कुमार विश्वास के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया था। तीन नामों में पार्टी से एक नाम संजय सिंह और 2 बाहरी नाम सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा के लिए आगे किया गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा था कि कुमार विश्वास ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की थी। जिसको लेकर उन्हें राज्यसभा नहीं भेजने का फैसला किया गया।
Published: 10 Jan 2018, 12:52 PM IST
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Published: 10 Jan 2018, 12:52 PM IST