आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन पर बड़ा आरोप लगाया है। मनीष सिसोदिया ने स्वास्थ्य मंत्री पर शिक्षा विरोधी होने का आरोप लगाया है। सिसोदिया ने कहा कि डॉ. हर्षवर्धन अपनी शिक्षा विरोधी मानसिकता के चलते दिल्ली के सरकारी स्कूलों में होने वाली पैरंट टीचर मीटिंग को रुकवाना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी भी लिखी है। मीडिया से बात करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, “हर्षवर्धन जी आपकी हिम्मत कैसे हो गई दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पीटीएम को रद्द करवाने के लिए उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखने की। आपको शर्म आनी चाहिए इस बात पर।”
Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST
सिसोदिया ने कहा, “मैं डॉक्टर हर्षवर्धन का सम्मान करता हूं लेकिन इस बात के लिए मुझे दुख भी है और मुझे गुस्सा भी आ रहा है कि हमारी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हैं जिनको पैरंट टीचर मीटिंग से दिक्कत हो रही है।” सिसोदिया के मुताबिक 4 जनवरी को दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 6वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के अभिभावकों की टीचर के साथ मीटिंग होनी है जिसमें सबसे अहम है वह छह लाख बच्चे जिनके अगले 45 दिन के अंदर बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले हैं। स्कूलों में अभी प्री बोर्ड एग्जाम खत्म हुए हैं और टीचर पेरेंट्स से इस बारे में चर्चा करना चाहते हैं।
Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें अखबार से पता चला है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ठंड का हवाला देकर दिल्ली के उपराज्यपाल को पैरंट टीचर मीटिंग रद्द करने के लिए कहा है। लेकिन 4 जनवरी को होने वाली यह मीटिंग होकर रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को यह मीटिंग रद्द करने का अधिकार नहीं है।
Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST
आपको बता दें कि बुधवार को ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने CBSE परीक्षा फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर बीजेपी पर हमला बोला था। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जब 10वीं और 12वीं की CBSE परीक्षा की फीस भरने का ऐलान किया तो बीजेपी ने इसे रोकने की साजिश क्यों रची? उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता जवाब दें कि वो दिल्ली के लाखों बच्चों की पढ़ाई को महंगा रखने की साजिश क्यों रच रहे हैं।
Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST
उन्होंने कहा कि बीजेपी अच्छी और सस्ती शिक्षा के खिलाफ हैं। सीबीएसई परीक्षा की फीस बढ़ाकर राजधानी के छह लाख गरीब परिवारों पर बोझ डाला गया है, इस पर बीजेपी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
सिसोदिया ने दावा किया कि दिल्ली प्रदेश बीजेपी नेताओं ने ही केंद्र से सीबीएसई परीक्षा की फीस बढ़ाने के लिए कहा था। इसके बाद दिल्ली सरकार ने इन बच्चों की फीस का भुगतान खुद करने का फैसला किया।
Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST
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Published: 02 Jan 2020, 5:11 PM IST