दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 5 से 9 जनवरी के बीच दर्ज की गई कुल 46 मौतों में से 11 लोगों को कोविड -19 के खिलाफ टीके की दोनों खुराक दी गई थी। ऐसे में कोरोना के टीके को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि क्या ये कोरोना वायरस पर उतने कारगर नहीं हैं जितना होना चाहिए? हालांकि इनमें से ज्यादातर मृतक पहले से ही किसी बड़े बिमारी के शिकार थे। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में अब तक इस महीने में कुल 70 कोविड मौतें दर्ज की गई हैं। राजधानी शहर में लगातार दो दिन शनिवार और रविवार को 17 मौतें दर्ज की गई हैं।
Published: 11 Jan 2022, 1:33 PM IST
पांच दिनों में हुई कुल 46 मौतों में से 34 में कैंसर और हृदय और यकृत रोग जैसी बीमारियां थीं। आंकड़ों के अनुसार, अस्पतालों में भर्ती होने के बाद कॉमरेडिडिटी वाले 21 लोग कोविड से संक्रमित हो गए। कुल मौतों में से 32 मरीजों को अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था।
Published: 11 Jan 2022, 1:33 PM IST
पिछले पांच दिनों में मरने वालों में आधे से ज्यादा 60 साल से अधिक उम्र के लोग थे। इनमें से 25 लोग 60 से अधिक आयु वर्ग के थे, जबकि 14 मरीज 41 से 60 आयु वर्ग के थे। 21 से 40 आयु वर्ग के पांच, जबकि 16 से 20 आयु वर्ग के एक और शून्य से 15 आयु वर्ग में एक की मौत हुई है।
Published: 11 Jan 2022, 1:33 PM IST
आंकड़ों के अनुसार, कुल मौतों में से 12 ने अस्पताल में भर्ती होने के एक ही दिन में दम तोड़ दिया था। अस्पताल में दाखिल होने के एक दिन के भीतर 11 मरीजों की मौत हुई, भर्ती के दो दिन बाद 6 की मौत हुई, तीन से सात दिनों के भीतर 14 लोगों की मौत हो गई और तीन की मौत अस्पताल में भर्ती
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: 11 Jan 2022, 1:33 PM IST
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Published: 11 Jan 2022, 1:33 PM IST