उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी के पास हुए हिमस्खलन में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के लोगों को निकालने के लिए खोज और बचाव काम गुरुवार को फिर से शुरू किया गया। जानकारी के मुताबिक अब तक 9 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 14 लोगों को बचाया गया है। हालांकि 29 लोगों के अभी भी फंसे होने की खबर है। आईटीबीपी ने बताया कि मतली, उत्तरकाशी से और भी टीमें एडवांस बेस कैंप में भेजी गईं हैं। वहीं हाई ऑल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की एक टीम भी खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई है। आईटीबीपी के मुताबिक 16000 फीट पर एक एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड तैयार किया गया है और आज सुबह एक ट्रायल लैंडिंग सफल रही है।
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वहीं नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के अनुसार 9 शव अब तक बरामद किए गए हैं, जबकि 29 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। इनमें से कई लापता बताए जा रहे हैं। मौसम खराब होने के चलते बचाव कार्य में एजेंसियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, एनआईएम उत्तरकाशी के भुक्की के पास चल रहे बेसिक और एडवांस कोर्स के बच्चे 4 अक्टूबर को पर्वतारोहण की ट्रेंनिंग के लिए द्रोपदी के डांडा पहुंचे थे। जहां अचानक हिमस्खलन आने से पूरा हादसा सामने आया है।
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इस बीच भारी बारिश-बर्फबारी के अलर्ट के कारण उत्तरकाशी में अगले तीन दिन ट्रैकिंग और पर्वतारोहण पर रोक लगा दी गई है। डीएम अभिषेक रुहेला ने ट्रैकिंग और पर्वतारोहण दलों की सुरक्षा को देखते हुए गतिविधियां बंद रखने का निर्णय लिया है। आदेश के अनुसार, इस दौरान किसी भी दल को ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के लिए अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने छह से आठ अक्तूबर तक ट्रैकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर रोक लगा दी है।
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बता दें कि मौसम विभाग के अगले तीन दिनों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना पर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने यह निर्णय लिया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले तीन दिनों को लेकर मौसम पूवार्नुमान जारी किया है। जिसके अनुसार गढ़वाल मंडल के कुछ जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं उत्तरकाशी जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने बताया कि उच्च हिमालय क्षेत्र में पहले से ट्रैकिंग व पर्वतारोहण के लिए गए दलों को भी मौसम संबंधी जानकारी दी जा रही है। जिससे वह सुरक्षित स्थानों पर रुक सकें।
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