राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस दफ्तर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घर के बाहर पुलिस फोर्स की तैनाती को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज सारा देश देख रहा है, 24, अकबर रोड के सामने, 10 जनपथ के सामने, 12 तुगलक लेन के सामने किस तरीके से दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने हमारे पार्टी हैड क्वार्टर, सोनिया गांधी के रेजिडेंस और राहुल गांधी के मकान को भी घेर लिया है।
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कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि गत शनिवार को एआईसीसी की तरफ से एक सर्कुलर जारी किया गया कि 5 अगस्त को, शुक्रवार के दिन हम लोग देशव्यापी आंदोलन करेंगे, महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थों के ऊपर जीएसटी के खिलाफ और उसके अलग-अलग तरीके से करने के लिए जो सर्कुलर में आदेश एआईसीसी की तरफ से दिए गए, प्रदेश स्तर के ऊपर, राज भवनों के ऊपर प्रदर्शन, राष्ट्रीय स्तर के ऊपर मैंबर ऑफ पार्लिय़ामेंट राष्ट्रपति भवन जाएंगे और एआईसीसी की तरफ से कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शन करेंगे। ये गत शनिवार को एआईसीसी की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया, अनाउसमेंट हुई, उसके बाद में सभी प्रदेश अध्यक्षों और एआईसीसी जनरल सेक्रेटरी के साथ में मीटिंग हुई।
आज हम लोगों के पास डीसीपी की तरफ से एक लैटर आता है कि आप लोग 5 तारीख को कोई प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं, महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थों के ऊपर लगे जीएसटी के खिलाफ। इन तीन मुद्दों के ऊपर कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन करना चाहती है, प्रधानमंत्री निवास के ऊपर हमारे सांसद प्रदर्शन करेंगे और साथ ही साथ चलना चाहते हैं राष्ट्रपति भवन की ओर। अभी एकदम से दिन के अंदर ये रिजेक्शन का लेटर आता है और शाम को पुलिस छावनी के रुप में पूरी एआईसीसी को तब्दील किया जाता है।
आज कांग्रेस पार्टी की तरफ से हम इस सरकार को कहना चाहते हैं कि आप जितना मर्जी दबाव की नीति अपना लें, महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थ के ऊपर लगे जीएसटी, इनके ऊपर कांग्रेस पार्टी आंदोलन करती रहेगी, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं, चाहे जितना मर्जी दबाव डाल लें।
अजय माकन ने कहा कि आज एकदम से पुलिस, एकदम से अफरा-तफरी का माहौल, 10 जनपथ, 12 तुगलक लेन, किसलिए- केवल इसलिए कि हमारे ऊपर दबाव डाला जाए कि हम महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थ के ऊपर, जीएसटी को लेकर हम लोग आगे दबाव और प्रदर्शन और जनता के मुद्दे ना उठाएं और दूसरी तरफ इस पूरे के पूरे नेरेटिव को चेंज करने की कोशिश है कि कांग्रेस पार्टी इन मुद्दों के लिए नहीं, बल्कि किसी और मुद्दे के ऊपर प्रदर्शन कर रही है, इसके अलावा कुछ नहीं है, क्योंकि कोई प्रोवोकेशन नहीं है, कोई भी ऐसा कार्य नहीं है जिसकी वजह से एकदम से पुलिस को, एकदम से केन्द्र सरकार को कुछ करना पड़े, सिवाए इसके कि 5 तारीख को, 5 अगस्त को हम लोगों ने प्रधानमंत्री निवास के ऊपर महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थ के ऊपर जीएसटी के ऊपर हम लोगों ने प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा है।
माकन ने कहा कि मैं फिर से दोहराना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी ऐसे दबाव के अंदर आने वाली नहीं है। हमारा राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन, आंदोलन महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ रहेगा और प्रधानमंत्री आवास तक, राष्ट्रपति के भवन तक जो हमारा कार्यक्रम है, उसको हम करेंगे, चाहे हमें उठाकर जेलों के अंदर क्यों ना डाल दिया जाए।
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अजय माकन ने कहा कि देखिए, एआईसीसी से प्रधानमंत्री निवास की ओर मार्च हम लोगों का करने का कार्यक्रम है और उसी तरीके से राष्ट्रपति भवन के लिए संसद से हमारे सांसद जाएंगे और हम लोग देश की जनता के हितों की आवाज, देश की आवाज, महंगाई, बेरोजगारी और खाद्य पदार्थों के ऊपर जीएसटी लगी है, इसके खिलाफ, हम इस आवाज को उठाते रहेंगे।
ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज जो भी कार्यवाही हो रही है, जो भी भाजपा की सरकार कर रही है, वो केवल और केवल हमें डराने के लिए, कांग्रेस पार्टी को डराने के लिए और साथ-साथ माहौल को दूसरी तरफ ले जाने के लिए ताकि कोई महंगाई और बेरोजगारी की बात मीडिया के अंदर चैनल में चर्चा के अंदर नेरेटिव जिसको अंग्रेजी में कहते हैं, वो बदलने की कोशिश की जा रही है, उसके अलावा कोई और बात नहीं है।
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वहीं कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि बहकाना चाहते हैं आपको, बरगलाना चाहते हैं। चाहते हैं कि आपके अखबारों की और चैनल्स की सुर्खियों में बेरोजगारी की बात न हो, महंगाई की बात न हो। बात हो इस प्रकार से पुलिस आ गई, इस प्रकार से घेराबंदी हो गई, इस प्रकार से हमने डेमोन्सट्रेशन नहीं होने दिया, इत्यादि, इत्यादि।
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा आज जो देख रहे हैं आप, ये पहली बार नहीं हुआ है। ये प्रतिशोध की राजनीति है, ये धमकी की राजनीति है और कहा गया है, एक प्राचीन कहावत है- विनाश काले विपरीत बुद्धि। ये विनाशकाल है। महंगाई, बेरोजगारी, खाद्य पदार्थों पर जीएसटी, इसके खिलाफ हमने अपनी आवाज उठाई है संसद में और संसद के बाहर।
2 हफ्ते तक बहस से भागी मोदी सरकार और जब हमने हमारा प्रदर्शन, जो होने वाला है परसों के दिन, उसको रोकने के लिए आज से ही शुरुआत गृहमंत्री और जो गृहमंत्री का जो कब्जा है दिल्ली पुलिस, दोनों साथ मिलकर यहाँ जो पुलिस बल आया है हमारे पार्टी के सामने, हमारे दफ्तरों के सामने, हमारे नेताओं के घर के सामने, ये बिल्कुल साफ है कि प्रधानमंत्री भय की राजनीति, प्रतिशोध की राजनीति, धमकी की राजनीति में विश्वास रखते हैं। ये लोकतांत्रिक तरीका नहीं है।
हम भागेंगे नहीं, हमें चुप नहीं कराया जाएगा। हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे। हमारा प्रदर्शन, परसों शांतिपूर्वक प्रदर्शन जरुर होगा। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ, उनकी विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ हमने तो प्रदर्शन किया है, पर परसों के प्रदर्शन का एकमात्र मकसद है आर्थिक जो नीतियां हैं मोदी सरकार की।
महंगाई जो बढ़ी है, बेरोजगारी बढ़ी है, खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाया गया है, अग्निपथ योजना लाई गई है बिना चर्चा के और जो हम दो, हमारे दो, कुछ चुने हुए पूंजीपतियों के लिए जो आर्थिक नीतियां बनाई जा रही हैं, उनके खिलाफ हमारी आवाज परसों उठेगी।
हमें चुप नहीं कराया जा सकता, हम चुप नहीं रहेंगे। हम धमकी से बाहर नहीं भागेंगे और ये प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ हम लोग लड़ते रहेंगे। जयराम रमेश ने आगे कहा कि मैं एक चीज कहना चाहता हूं, जो धमकी देते हैं, वही डरते हैं। जो प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास रखते हैं, वही डरते हैं, जो भय का वातावरण फैलाते हैं, वही डरते हैं। डरने वाले हम नहीं हैं।
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