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सरकार बताए किस देश से क्या मदद आई और इसे कहां और किस आधार पर भेजा जा रहा है : कांग्रेस

कांग्रेस ने कोरोना संकट से निपटने में नाकाम केंद्र सरकार से मांग की है कि सरकार देश को बताए कि किस देश से क्या मदद और सामग्री आई है और इसे किस आधार पर कहां भेजा जा रहा है। कांग्रेस ने इस संकट के दौरान में कोरोना पीड़ितों का मजाक उड़ाने वाले मंत्रियों की बरखास्तगी की भी मांग की है।

फोटो : सोशल मीडिया
फोटो : सोशल मीडिया 

कांग्रेस ने देश में कोरोना कहर के दौरान सरकार से पारदर्शिता के साथ जिम्मेदारी निभाने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है लेकिन लोगों को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं देने के बजाए सरकार गैर जरूरी खर्चों को प्राथमिकता दे रही है। कांग्रेस ने इस माहौल में सरकार से पांच प्रमुख मांगे रखी हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, "स्थिति बहुत भयावह है और स्थिति भयावह इसलिए है, क्योंकि आज देश में 4 लाख 12 हजार संक्रमण के मामले आए हैं। करीब-करीब 4,000 मौतें, 3,980 मौतें हुई हैं, पिछले 24 घंटे में और स्थिति बद से बदतर होने लगती है।" उन्होंने कहा कि, "एक आशा थी कि आने वाले दिनों में कुछ राहत मिलेगा, स्थिति थोड़ी संभलेगी, लेकिन जिस तरह की खबरें आ रही हैं उससे लगता है कि हालात पहले से बदतर हो रहे हैं।"

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, "मैं पूरी जिम्मेदारी से कहती हूं कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार धृतराष्ट्र की तरह आंखों पर पट्टी बांधे हुए है और सबकुछ देखकर भी अनदेखा कर रही है।" उन्होंने कहा कि सवाल सरकार की प्राथमिकताओं का है, आज लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग मर रहे हैं, दवाइयां मुहैया नहीं हो रही हैं, टीके नहीं लग रहे हैं।

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उन्होंने सरकार से चार जरूरी मांगे सामने रखीं:

सरकार प्राथमिकताएं तय करें

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, "आज इस देश को साढ़े 13 हजार करोड़ के बने हुए घर का गृह प्रवेश नहीं चाहिए। आज इस देश को गैर जरुरी खर्चों पर रोक चाहिए। इस देश को वो इमारतें नहीं चाहिए, जो लाशों पर बनी हुई हों। इस देश को नए हवाई जहाज नहीं चाहिए, आपके हजार करोड़ के। इस देश को उपचार चाहिए, ऑक्सीजन चाहिए, मास्क चाहिए, टीके चाहिएं, इलाज चाहिए। ये हमारी पहली मांग है। सारे गैर जरुरी खर्चे बंद करिए।"

सरकार पारदर्शिता का पालन करे

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हमारी दूसरी मांग है कि सरकार पारदर्शिता का पालन करे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार ने संविधान की सौगंध ली है, उस संविधान की सौगंध के चलते पारदर्शिता का पालन करिए और सार्वजनिक करिए कि किस देश से क्या-क्या चीजें आई हैं। कितनी सहायता आई है और क्या सामग्री आई है और किस रणनीति के तहत उसको कहाँ-कहाँ भेजा जा रहा है।

वैज्ञानिकों-विशेषज्ञों से करे सरकार सलाह-मशविरा

उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इको चैम्बर से बाहर आना चाहिए और वैज्ञानिकों से, डॉक्टरों से, रिसर्चर से, विशेषज्ञों से जितना बड़ा दायरा कर सकते हैं, उनसे बातें करना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को वायरस के म्यूटेशन को, वेरिएंट को, जियोन को, समझना चाहिए और विशेषज्ञों से इसके उपचार पर चर्चा करनी चाहिए।

गैर-जिम्मेदार मंत्रियों को बरखास्त किया जाए

कांग्रेस ने मांग की है कि इस कोरोना काल में सरकार के जो नाकाम मंत्री हैं उन्हें तुरंत बरखास्त किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने देश का सिर नीचा किया, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं किया। इन दोनों को तुरंत बरखास्त करना चाहिए क्योंकि ये देश के लोगों के दर्द का उपहास बना रहे हैं।

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