भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच सोमवार सुबह लद्दाख के डेमचोक में पकड़ा गया चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का सैनिक कोई जासूस नहीं है। वह रास्ता भटक कर इस पार आ गया था। भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसे सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद चीन को वापस सौंप दिया जाएगा।
Published: 19 Oct 2020, 5:04 PM IST
भारतीय सेना ने कहा कि पीएलए जवान की पहचान कॉर्पोरल वांग हां लॉन्ग के रूप में की गई है, जो पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में एलएसी के इस पार पकड़ा गया है। उसे अत्यधिक ऊंचाई और कठोर जलवायु परिस्थितियों से बचाने के लिए चिकित्सा सहायता, भोजन और गर्म कपड़े प्रदान किए गए। सेना ने कहा कि लापता सैनिक के ठिकाने के बारे में पीएलए से भी अनुरोध मिला था। स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार, औपचारिकताओं के बाद उसे चुशुल-मोल्डो बैठक बिंदु पर चीनी अधिकारियों को वापस कर दिया जाएगा।
भारतीय सेना ने बताया कि हिरासत में ले लिए जाने के बाद उससे पूछताछ की गई । उससे भारतीय सीमा क्षेत्र में आने की वजह पूछी गई। सेना ने जासूसी एंगल से भी उसकी पड़ताल की। बाद में सबकुछ स्पष्ट होने पर सेना ने उसके जासूस होने के कयासों को खारिज कर दिया और उसे वापस भेजने का फैसला लिया है।
Published: 19 Oct 2020, 5:04 PM IST
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Published: 19 Oct 2020, 5:04 PM IST