महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार को कोरोना वायरस के 5,504 नए मामले सामने आए हैं, जो इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। इस दौरान 14 लोगों की जान भी गई है। बढ़ते मामले को देखते हुए बीएमसी ने गुरुवार को चेतावनी दी है कि आने वाले समय में एक दिन का आंकड़ा 10,000 के आसपास तक पहुंच सकता है।
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हालांकि, बीएमसी आयुक्त आई.एस. चहल ने आश्वस्त करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग अगले दो हफ्तों में विभिन्न अस्पतालों में अगले दो सप्ताह में 13,733 से 21,000 तक कोविड बेड की क्षमता बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा, “यह माना जा रहा है कि मुंबई में समय के अनुसार, संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 10,000 प्रतिदिन हो सकती है और आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के अनुसार और बेडों की जरूरत पड़ेगी।”
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बीएमसी आयुक्त ने बताया कि प्रत्येक कोरोना रोगी को एक बेड की जरूरत होती है और हर कोरोना रोगी 14 दिनों तक बिस्तर पर रहता है। अगले छह से आठ सप्ताह तक प्रतिदिन 10,000 मामलों को संभालने के लिए कुल 21,000 बेडों की जरूरत पड़ेगी। इसकी व्यवस्था की कोशिश की जा रही है।
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चहल के बयान के अनुसार, मुंबई में 5,000 से अधिक केस आने के बाद 24 मार्च को 5,458 और 25 मार्च को 5,504 केस दर्ज करने के साथ ही 40,400 से अधिक कोरोना टेस्ट किया गया। मुंबई में फिलहाल संक्रमण दर 12 प्रतिशत है, संक्रमित रोगी 84 प्रतिशत हैं। चहल ने कहा कि मृत्युदर कम है। 10 फरवरी से 25 मार्च के बीच कुल पॉजिटिव मामले 0.3 प्रतिशत रहे हैं।
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बीएमसी आयुक्त ने कहा कि बीएमसी ने अब तक एक लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया है। अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों समेत तमाम भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में टेस्ट किया है। उन्होंने अपील की है कि सभी को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
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