18वीं सदी में मैसूर के शासक और स्वतंत्रता की लड़ाई में पहली शहादत देने वाले टीपू सुल्तान को लेकर कर्नाटक से शुरू हुआ विवाद अब दिल्ली आ पहुंचा है। दिल्ली विधानसभा में देश के 70 स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें लगाई गई हैं। जिसका उद्घाटन गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया। इसमें टीपू सुल्तान की तस्वीर को भी शामिल किया गया है। इस पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए विरोध शुरू कर दिया है। बीजेपी के इस कदम पर आम आदमी पार्टी ने तंज कसते हुए कहा है कि अगर आरएसएस का भी कोई स्वतंत्रता सेनानी हो तो बताएं।
Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST
दिल्ली विधानसभा की गैलरी का इस्तेमाल अब तक आने-जाने के लिए किया जाता था। लेकिन दिल्ली सरकार ने अब इसे आर्ट गैलरी में परिवर्तित कर दिया है। 26 जनवरी की शाम को इस आर्ट गैलरी का सीएम केजरीवाल ने औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया। जिसके बाद इसे आम लोगों के लिए खोला गया। गणतंत्र दिवस के दिन इन तस्वीरों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। गैलरी में लगी सभी 70 तस्वीरें दिल्ली विधानसभा के विधायकों और वहां आने वालों को देश के स्वतंत्रता सेनानियों के पराक्रम और इतिहास से रूबरू करवाएंगी। गैलरी में तात्या टोपे, लक्ष्मीबाई और नानाराव पेशवा से लेकर बिरसा मुंडा तक की तस्वीरें लगाई गई हैं।
Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST
उद्घाटन के पहले से ही टीपू सुल्तान की फोटो लगाए जाने का विरोध कर रही बीजेपी ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया है। बीजेपी विधायक ओपी शर्मा ने टीपू सुल्तान की फोटो लगाए जाने को भावनाओें को आहात करने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल को पता है कि ये विवादित है, फिर भी उन्होंने ये फोटो क्यों लगवाई है। शर्मा ने कहा कि टीपू सुल्तान की भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई से बराबरी नहीं की जा सकती है। बीजेपी ने अब इस फोटो के मुद्दे को विधानसभा में उठाने का फैसला किया है।
Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST
ओपी शर्मा के अलावा राजौरी गार्डन से बीजीपी-शिरोमणी अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी विधानसभा में टीपू सुल्तान की फोटो लगाए जाने पर आपत्ति दर्ज कराया है। सिरसा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में ऐसे व्यक्ति की तस्वीर क्यों लगाई गई है, जिसने दिल्ली और इसके इतिहास में कोई भूमिका नहीं निभाई है।
Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST
बीजेपी के विरोध पर जवाब देते हुए दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने कहा, "मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हमारे संविधान के 144वें पेज पर भी टीपू सुल्तान का चित्र छपा हुआ है। बीजेपी को इस तरह की घटिया राजनीति करने के बजाए विकास की राजनीति करनी चाहिए। इस तरह से बीजेपी अपनी संकुचित सोच को पेश कर रही है।” गोयल ने कहा कि टीपू सुल्तान की फोटो लगाना गर्व की बात है, उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ जंग में बड़ा योगदान दिया था।
वहीं बीजेपी के विरोध पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि तस्वीरें लगाने से पहले बीजेपी और उनके विधायकों से पूछा गया था कि वे अपनी पार्टी या आरएसएस के वैसे लोगों के नाम बताएं, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना योगदान दिया हो, लेकिन उन्होंने किसी का नाम नहीं दिया।
टीपू सुल्तान की तस्वीर को लेकर यह विवाद अभी और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली विधानसभा के सत्र में भी इस मुद्दे पर हंगामा होने की संभावना है। यह पहली बार नहीं कि जब बीजेपी ने टीपू सुल्तान के नाम पर विरोध किया है। इससे पहले बीजेपी ने कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती मनाए जाने का विराध किया था। इस विवाद पर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार और विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच तलवारें खिंच गई थीं।
Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST
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Published: 27 Jan 2018, 2:30 PM IST