योगीराज में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। ताजा मामला बिजनौर का है। जहां मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में तीन हमलावरों ने हत्यारोपित शाहनवाज को गोलियों से भून डाला था। अब इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। एसपी बिजनौर ने इस मामले में कचहरी पुलिस चौकी के इंचार्ज समेत 18 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
Published: undefined
एसपी ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए कहा कि इन पुलिसवालों ने सुरक्षा में कोताही की और कचहरी जाने वालों की चेकिंग नहीं की गई। खबरों के मुताबिक, घटना के दौरान चश्मदीदों ने बताया कि आरोपी साहिल ने हत्यारोपी का हत्या करने के बाद कहा कि उसका इंतकाम पूरा हुआ। साहिल ने आगे कहा कि अब्बू जान को इंसाफ मिल गया। वहीं गोलियां बरसाने के बाद साहिल और उसके साथियों ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि वे डरें या भागें नहीं। हमारी किसी से कोई रंजिश नहीं है।
Published: undefined
चलिए बताते है कि पूरा मामला क्या है। 28 मई को नजीबाबाद में प्रॉपर्टी डीलर हाजी एहसान और उनके भांजे शादाब की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे हाजी एहसान दफ्तर पहुंचे थे और पूछा था कि हाजी एहसान कौन हैं और उसके बाद गोलियां बरसा दी थी। इस मामले में बिजनौर पुलिस ने कनकपुर निवासी शूटर दानिश और दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के सरगना शाहनवाज और शूटर अब्दुल जब्बार को पकड़ा था। मंगलवार को तीनों को सीजेएम कोर्ट में पेशी पर लाया गया था, जहां पहले से परिसर में घात लगाकर बैठे आरोपियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। फायरिंग में दो पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि बदमाश शहनवाज की मौत हो गई। वहीं, मौका पाकर जब्बार और दानिश फरार हो गया।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined