जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए बिहार के पिंटू कुमार सिंह का पार्थिव शरीर जब पटना एयरपोर्ट पहुंचा तो वहां सरकार की तरफ से कोई नेता या मंत्री उपस्थित नहीं था। इस घटना को लेकर नीतीश सरकार की जमकर आलोचना हुई। चौरतफा निंदा के बाद हालत यह हुआ है कि जेडीयू और बीजेपी के नेता रविवार की देर रात आनन-फानन में शहीद पिंटू सिंह के घर पहुंचे। लेकिन नाराज शहीद के परिजन ने कहा कि बीजेपी जिस कार्यक्रम को कर रही थी, उसे रद्द किया जा सकता था। पिंटू सिंह के परिवार वालों ने मंत्री विजय सिन्हा से कहा कि आप काफी देर से श्रद्धांजलि देने आए हैं, ऐसे नहीं होता। यह शहीद का अपमान है। बता दें कि पटना में पीएम मोदी की रैली खत्म होने के बाद बीजेपी नेता शहीद के परिजनों से मिलने पहुंचे थे।
Published: 04 Mar 2019, 4:25 PM IST
बता दें कि 1 मार्च को हंदवाड़ा में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह शहीद हो गए थे। पिंटू बेगूसराय के ध्यान चक्की गांव के रहने वाले थे। जब पिंटू सिंह का पार्थिव शरीर रविवार सुबह पटना एयरपोर्ट लाया गया, तो यहां सत्तारूढ़ बीजेपी और जेडीयू से कोई भी नेता मौजूद नहीं था। वहीं कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और आरजेडी से शिवानंद तिवारी जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इसके बाद अंतिम संस्कार में भी बीजेपी और जेडीयू के नेता नहीं पहुंचे थे। इसको लेकर नीतीश सरकार की सोशल मीडिया पर काफी किरकिरी हुई।
इससे पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने डांस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर मोदी सरकार पर शहादत को भुनाने वाली राजनीति करने का आरोप लगाया है। लालू यादव ने कहा है कि जब एक तरफ शहीद का शव रखा हुआ था, एनडीए की पटना में आयोजित रैली से ठीक पहले वाली शाम ‘गरमा गरम’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
Published: 04 Mar 2019, 4:25 PM IST
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Published: 04 Mar 2019, 4:25 PM IST