बिहार की नीतीश सरकार में बीजेपी के मंत्री जनक राम के ओएसडी और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह विशेष सतर्कता इकाई (एसवीयू) ने छापेमारी की। इस दौरान दिल्ली, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में संपत्तियों के कई दस्तावेज के साथ एक जगह से 15 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं।
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एसवीयू के एडीजीपी नय्यर हसनैन खान के कार्यालय से जारी पत्र के अनुसार 25 नवंबर को जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार, उनके भाई धनंजय कुमार और उनकी प्रेमिका रत्ना चटर्जी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1बी), 13(2) और 12 और आईपीसी की धारा 120बी के तहत पटना के विजिलेंस थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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एक अधिकारी ने छापेमारी की जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को विशेष सतर्कता कोर्ट, पटना द्वारा इन सभी के खिलाफ सर्च वारंट जारी किया गया था। जिसके आलोक में आज मंत्री के ओएसडी के ठिकानों पर छापेमारी हुई। उन्होंने कहा कि फिलहाल पटना, कटिहार और अररिया जिलों में आवासों और कार्यालयों में छापेमारी जारी है।
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इस छापेमारी के दौरान विजिलेंस टीम ने दिल्ली, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में संपत्तियों के कई दस्तावेज बरामद किए हैं। इसके अलावा, अधिकारियों ने अररिया जिले में रत्ना चटर्जी के घर से 15 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं। बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस ने जनक राम के निजी सचिव बबलू कुमार आर्य को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था।
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