देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है, नौकरियां जा रही हैं। वहीं मोदी के मंत्री चुप्पी साधे हुए हैं, और बीजेपी नेता ऊलजलूल बयान दे रहे हैं। बिहार के उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आर्थिक मंदी पर ऐसा बयान दिया है, जिससे आम आदमी तो दूर अर्थशास्त्रियों का भी दिमाग चकरा जाएगा। अर्थिक मंदी पर टिप्पणी करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि सावन-भादो के महीने में मंदी तो रहती ही है।
Published: 02 Sep 2019, 10:55 AM IST
बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, “अमूमन हर साल सावन-भादो में अर्थव्यवस्था में मंदी रहती है, लेकिन इस बार कुछ राजनीतिक दल इस मंदी का ज्यादा शोर मचा कर चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं।”
सुशील मोदी ने आगे कहा कि आर्थिक मंदी को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा की है, और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल की है। सरकार द्वारा किए गए इन उपायों का असर अगली तिमाही में होगा। बिहार में मंदी का खास असर नहीं है, इसलिए वाहनों की बिक्री नहीं घटी है। सरकार जल्द ही तीसरा पैकेज घोषित करने वाली है।”
Published: 02 Sep 2019, 10:55 AM IST
जहां सुशील मोदी ने आर्थिक मंदी पर ऊलजलूल बयान दिया। वहीं रविवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा जारी किए गए बयान में अर्थिक मंदी को लेकर पूछे गए सवालों पर चुप्पी साध गई थीं। देश के पूर्व पीएम और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने देश की मौजूदा अर्थव्यवस्था पर चिंत जाहिर की थी। उन्होंने मोदी सरकार से कई कड़े सवाल पूछे थे।
Published: 02 Sep 2019, 10:55 AM IST
अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खस्ता है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक विकास की दर करीब 6 साल में सबसे कम होकर 5 फीसदी पर पहुंच गई है। एक साल में ही जीडीपी में 3 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
Published: 02 Sep 2019, 10:55 AM IST
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Published: 02 Sep 2019, 10:55 AM IST