पश्चिम बंगाल में एक बार फिर बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी ने कोलकाता नगर निगम चुनाव में अभूतपूर्व जीत दर्ज करते हुए 144 में से 134 सीट पर कब्जा किया है। इस जीत से गदगद ममता बनर्जी ने लोगों को बधाई देते हुए कहा कि ये शहर ही देश के लोगों को रास्ता दिखाएगा।
तृणमूल कांग्रेस ने केएमसी चुनाव में 144 में से 134 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। 2015 में टीएमसी ने 113 सीटें जीती थीं, जो तब के दिनों में सबसे अधिक थी। इस साल हाल ही में हुए चुनाव में टीएमसी ने विपक्ष को और भी कमजोर करते हुए अपने पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। अब सभी 16 नगर तृणमूल कांग्रेस के नियंत्रण में हैं।
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विधानसभा चुनावों से पहले भी तृणमूल कांग्रेस के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए काफी आक्रामक दिख रही बीजेपी केवल तीन सीटें हासिल करने में सफल रही है। इसके बाद कांग्रेस और वाम मोर्चा को दो-दो सीटें मिलीं। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटें मिलीं हैं।
2015 में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 113 सीटें जीती थीं और तब जीत का सबसे अधिक अंतर देखने को मिला था। उस समय बीजेपी के पास 7 सीटें थीं और कांग्रेस और वाम मोर्चा के पास क्रमश: 5 और 15 सीटें थीं। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। इस साल, सत्तारूढ़ दल ने अपनी स्थिति में और सुधार किया है।
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जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "यह उन लोगों की जीत है जिन्होंने विकास के पक्ष में अपना जनादेश दिया है। यह विकास की जीत है, जो तृणमूल कांग्रेस 2011 में सत्ता में आने के बाद से लगातार कर रही है।" ममता ने कहा कि लोग पूरे दिल से मतदान करने के लिए निकले। यह लोकतंत्र की जीत है। इससे शहर के साथ-साथ राज्य के लोगों के लिए विनम्रतापूर्वक काम करने में मदद मिलेगी।"
व्यापक परिप्रेक्ष्य में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यह जीत राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि बीजेपी, कांग्रेस और वाम मोर्चा जैसे सभी राष्ट्रीय दलों को जनादेश से हराया गया है। हम राज्य के विकास के लिए और अधिक काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कोलकाता का सौंदर्यीकरण किया गया है। अब हम शहरी और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए भी काम करेंगे।
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दूसरी बार महापौर बनने की अटकलों के बीच नतीजों के बाद ममता बनर्जी से मिलने गए निवर्तमान मेयर फिरहाद हकीम ने कहा, "हमें लोगों के जनादेश को स्वीकार करना चाहिए। हमने 34 साल तक विपक्षी राजनीति भी की, लेकिन हमने लोगों से कभी सवाल नहीं किया। उन्होंने हमें हराया तो हमने इसे पूरे दिल से स्वीकार किया।"
पुनर्मतदान की मांग के लिए बीजेपी पर निशाना साधते हुए हाकीम ने कहा कि लोगों में जनादेश को स्वीकार करने का नैतिक साहस होना चाहिए। भाजपा उन आम लोगों का अपमान कर रही है, जो मतदाता के तौर पर अपने घरों से मतदान केंद्रों तक अपना वोट देने के लिए गए थे। भाजपा उनका अपमान कर रही है। उन्होंने जवाब दे दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या हाकिम अगले महापौर होंगे, तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह पार्टी द्वारा तय किया जाएगा। परिणाम आने के बाद नेतृत्व शहर के भविष्य के मेयर का फैसला करेगा।
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