अयोध्या जमीन विवाद मामले की सुनवाई कर रहे सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि इस केस की सुनवाई 18 अक्टूबर तक खत्म होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर के बाद वो एक दिन भी अतिरिक्त नहीं दे सकते। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अगर सुनवाई 18 अक्टूबर तक खत्म नहीं हुई तो फैसला देने का चांस खत्म हो जाएगा। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस बोले कि आज का दिन यानी गुरुवार को मिलाकर हमारे पास सिर्फ सुनवाई खत्म करने के लिए साढ़े 10 दिन बचे हैं।
Published: 26 Sep 2019, 1:25 PM IST
सीजीआई ने यह भी कहा कि 18 अक्टूबर के बाद दीवाली की एक हफ्ते की छुट्टियां भी हैं। दूसरी ओर हिंदू पक्ष के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि हिंदू पक्षकारों को जिरह में 3 से 4 दिन लगेंगे। 28 सितंबर और एक अक्टूबर को हम रिज्वाइंडर दाखिल करेंगे।
वही सीजेआई ने मुस्लिम पक्षकारों से पूछा कि क्या वे दो दिनों में अपनी दलीलें पूरी कर लेंगे। इसके जबाव में पक्षकार राजीव धवन ने कहा कि वह इसे खत्म करने की कोशिश करेंगे।
Published: 26 Sep 2019, 1:25 PM IST
गौरतलब है कि इस मामले की सुनवाई के दौरान सीजेआई ने पहले ही टिप्पणी कर चुके हैं कि सभी पक्षों को कोशिश करनी चाहिए कि 18 अक्टूबर तक अयोध्या मामले की सुनवाई पूरी हो सके। इसके बाद क्योंकि सुप्रीम कोर्ट को एक महीने का वक्त इस मसले का फैसला लिखने के लिए चाहिए होगा।
Published: 26 Sep 2019, 1:25 PM IST
दूसरी ओर 31वें दिन यानी गुरूवार को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से पेश वकील जफरयाब जिलानी ने कहा था कि हमें यह कतई स्वीकार नहीं कि राम चबूतरा भगवान राम का जन्मस्थान है। यह केवल हिंदुओं का विश्वास है।
बता दें कि सीजेआई रंजन गोगोई का बतौर सीजेआई कार्यकाल 17 नवंबर 2019 को खत्म हो रहा है, अगर मामले की सुनवाई उनके कार्यकाल के आगे तक बढ़ती है तो नए चीफ जस्टिस की अगुवाई में संविधान पीठ एक बार फिर मामले की सुनवाई करेगी।
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Published: 26 Sep 2019, 1:25 PM IST
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Published: 26 Sep 2019, 1:25 PM IST