सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद मामले में मुस्लिम पक्षकारों का प्रतिनिधित्व कर चुके वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने कहा है कि अब उन्हें इस मामले से हटा दिया गया है। धवन ने मंगलवार सुबह एक फेसबुक पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “जमीयत का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता-ऑन-रिकॉर्ड एजाज मकबूल ने अभी-अभी मुझे बाबरी मामले से हटा दिया है। हमने इस कदम को स्वीकारते हुए तत्काल उन्हें औपचारिक पत्र भेज दिया है। अब मामले की समीक्षा में मैं शामिल नहीं हूं।”
Published: undefined
धवन ने मामले से हटाए जाने के कारण का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे सूचित किया गया कि जनाब मदनी ने यह संकेत दिया है कि मुझे मामले से इसलिए हटाया गया, क्योंकि मैं बीमार हूं।”
धवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने दूसरे पोस्ट में मदनी के इस वजह को पूरी तरह से बकवास करार दिया है। उन्होंने इसमें लिखा कि उन्हें अपने वकील मकबूल को मुझे हटाने का निर्देश देने का अधिकार है और उन्होंने बिल्कुल वैसा ही किया, लेकिन हटाए जाने का कारण द्वेषपूर्ण और असत्य है।
समीक्षा याचिका में कहा गया है कि शीर्ष न्यायालय ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला सुनाते हुए 14 प्रमुख बिंदुओं पर गौर नहीं फरमाया है।
Published: undefined
धवन ने तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ के सामने मुस्लिम पक्ष के लिए बहस की थी। उन्होंने मामले की 40 दिनों की सुनवाई में दो हफ्ते से अधिक समय तक मुस्लिम पक्ष की ओर से बहस की थी।
सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान, धवन ने संविधान पीठ के सवालों के जवाब भी दिए थे। यह याचिका जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अशद मदनी ने दायर की है। अयोध्या भूमि विवाद में नौ नवंबर के फैसले को चुनौती देने वाली समीक्षा याचिका में मुस्लिम पक्षकारों ने सवालों की झड़ी लगा दी है।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined