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अकूत धन पर अर्पिता ने ED के सामने किया बड़ा खुलासा, बताया पार्थ चटर्जी ने उसके घरों का इस्तेमाल किया

ईडी सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी ने यह भी स्वीकार किया कि उनके घर से बरामद नकदी को चटर्जी ने अपने एक अज्ञात सहयोगी की मदद से वहां रखा था। अर्पिता ने कबूल किया है कि चटर्जी उसके टॉलीगंज और बेलघरिया दोनों आवासों में सप्ताह में एक या दो बार आते थे।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

अर्पिता मुखर्जी ने कोलकाता के टॉलीगंज और बेलघरिया में उनके दो आवासों से लगातार दो बार भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद होने के मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने कबूल किया कि उन्हें मजबूर किया गया था। पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने उनके घरों को अवैध नकदी रखने के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति देने को कहा था।

Published: 28 Jul 2022, 2:31 PM IST

ईडी के सूत्रों के मुताबिक, मुखर्जी ने यह भी स्वीकार किया कि उनके आवास से बरामद नकदी को चटर्जी ने अपने एक अज्ञात सहयोगी की मदद से अकूत धन वहां रखा था। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, "अर्पिता ने कबूल किया है कि चटर्जी उसके टॉलीगंज और बेलघरिया दोनों आवासों में सप्ताह में एक या दो बार आते थे और उनके साथ एक अज्ञात व्यक्ति भी आया करता था। अधिकारी ने कहा कि चटर्जी ने अर्पिता को अलमारी नहीं खोलने और उन कमरों में बार-बार आने से बचने का सख्त निर्देश दिया थे, जहां से नकदी बरामद की गई थी।"

Published: 28 Jul 2022, 2:31 PM IST

यह पता चला है कि चटर्जी जब भी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर जाते थे, तो मंत्री अज्ञात व्यक्ति के साथ बंद कमरे में बैठक करते थे। उसमें अर्पिता को भाग लेने की अनुमति नहीं थी। एक ईडी अधिकारी ने कहा, "बयान देते समय अर्पिता की आंखों से आंसू बह रहे थे और वह लगातार दावा कर रही थीं कि उनका शोषण किया गया। अब हमें उस अज्ञात व्यक्ति तक पहुंचना होगा, जो चटर्जी का साथ दे रहा था। वह कौन है, इसका जवाब केवल पार्थ चटर्जी ही दे सकते हैं।"

Published: 28 Jul 2022, 2:31 PM IST

इस बीच, पार्थ चटर्जी को उनके मंत्री और पार्टी पदों से तत्काल प्रभाव से मुक्त करने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पार्टी के भीतर से भारी दबाव में है। तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक ट्वीट में कहा, "पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल और पार्टी के सभी पदों से तुरंत हटाया जाना चाहिए। उन्हें निष्कासित किया जाना चाहिए। अगर मेरा यह बयान गलत है, तो पार्टी को मुझे भी सभी पदों से हटाने का पूरा अधिकार है।"

वहीं मंत्री का नाम लिए बगैर तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता देबांग्शु भट्टाचार्य ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सांकेतिक रूप से कहा कि शरीर को राहत देने के लिए उस फोड़े को बहा देना बेहतर होगा।

Published: 28 Jul 2022, 2:31 PM IST

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Published: 28 Jul 2022, 2:31 PM IST