क्या यूपी, क्या एमपी और क्या बिहार, लेफ्ट, राइट, सेंटर, सब जगह रेप हो रहे हैं और सरकारें कुछ नहीं कर रही हैं। यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट की है, जिसने बिहार के मुजफ्फरपुर, यूपी के देवरिया और मध्यप्रदेश के बलात्कार के मामलों पर की है। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी से कुछ उम्मीद बंधती है कि कहीं कोई तो इस सबकी सुध लेने वाला है, लेकिन एक तरफ जब सुप्रीम कोर्ट ऐसी टिप्पणी कर रहा था, वहीं चंद किलोमीटर दूर संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपा रहे थे कि उन्होंने देवरिया मामले में त्वरित कार्रवाई की।
मुजफ्फरपुर मामले की सुनवाई के दौरान जब एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) अपर्णा भट्ट ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मुजफ्फरपुर की पीड़ित लड़कियों की काउंसलिंग की जा रही है, लेकिन अभी तक किसी को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है, साथ ही वहां की एक लड़की अभी भी लापता है, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बेहद नाराजगी जताई कि आखिर अधिकारी कैसी जांच कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर केस पर तो बिहार सरकार को जमकर फटकार लगाई ही, इसी दौरान देवरिया के शेल्टर होम की लड़कियों के साथ हुए रेप का भी जिक्र आया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘देशभर में यह क्या हो रहा है। लेफ्ट, राइट और सेंटर, सब जगह रेप हो रहा है।’ सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का हवाला देते हुए कहा कि हर छह घंटे में एक लड़की का रेप हो रहा है। देशभर में साल में 38 हजार से ज्यादा रेप हो रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा रेप मध्य प्रदेश में हो रहे हैं, दूसरा नंबर यूपी का है।
इधर सुप्रीम कोर्ट इन घटनाओं पर जबरदस्त गुस्से का इजहार कर रहा था, लेकिन कोर्ट से कुछ ही दूरी पर देश के संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह अपनी पार्टी के नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफें कर रहे थे। लेकिन गृहमंत्री के पास इस बात का क्या जवाब है कि देवरिया शेल्टर होम की बाकी 18 लड़कियां कहां हैं। गृहमंत्री ने देवरिया की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक तो बताया, साथ ही यह भी कहा कि, “मैं इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को बधाई देता हूं कि तुरंत संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई और त्वरिक कार्रवाई की। इस मामले में ज़िला प्रशासनिक अधिकारी को निलंबित किया गया।”
Published: 07 Aug 2018, 5:34 PM IST
गौरतलब है कि देवरिया के संरक्षण गृह पर जब अधिकारियों ने छापा मारा तो वहां 24 लड़कियां मिलीं, जबकि संरक्षण गृह के रिकॉर्ड में कुल 42 लड़कियों के नाम दर्ज हैं। बाकी की 18 लड़कियां कहां है, इस बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं है। ऐसे में देश के गृहमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को बधाई देना हैरान करता है।
Published: 07 Aug 2018, 5:34 PM IST
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Published: 07 Aug 2018, 5:34 PM IST