पश्चिम बंगाल में 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ टीमों पर हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद उसको एक और झटका लगा है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शेख शाहजहां को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने गुरुवार को इसकी घोषणा की।
Published: undefined
संदेशखाली की घटना के बाद 55 दिन से फरार शाहजहां को बुधवार देर रात उत्तरी 24 परगना जिले के मिनाखाह से गिरफ्तार किया गया। गुरुवार को एक जिला अदालत ने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। संदेशखाली में एक स्थानीय तृणमूल नेता शाहजहाँ पर क्षेत्र में ग्रामीणों को परेशान करने का भी आरोप है।
Published: undefined
शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा, “शाहजहां को निलंबित करने का निर्णय साबित करता है कि तृणमूल कांग्रेस विशिष्ट आरोपों का सामना करने वालों के खिलाफ कदम उठाती है। यह हमारे लिए कोई नई बात नहीं है। तृणमूल कांग्रेस ने पहले भी ऐसा किया है।'' उन्होंने बीजेपी और टीएमसी के बीच तुलना करते हुए कहा, “बीजेपी तृणमूल कांग्रेस की तरह नहीं है। मैं प्रधानमंत्री को सुवेंदु अधिकारी, नारायण राणे और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे पार्टी नेताओं को निलंबित करने की चुनौती देता हूं। मणिपुर के मुख्यमंत्री या बृजभूषण जैसे बीजेपी नेताओं के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं?”
Published: undefined
इस बीच, राज्य बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने निलंबन को इज्जत बचाने की कवायद बताया।मजूमदार ने कहा, “कल तक, सत्तारूढ़ दल शाहजहाँ के किसी भी तरह के गलत कामों में शामिल होने से इनकार कर रहा था। गिरफ्तारी और निलंबन दोनों एक स्क्रिप्टेड ड्रामा का हिस्सा हैं। शाहजहाँ जिस प्रकार जिला अदालत में दाखिल हुआ, उससे ऐसा नहीं लगा कि वह गिरफ्तार है। ऐसा लग रहा था जैसे शाहजहाँ ने पुलिस को गिरफ्तार कर लिया हो।”
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined