उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना संकट के दौरान बुधवार को दूसरी बड़ी गलती कर दी। योगी सरकार के आला अफसरों ने दोपहर में ऐलान कर दिया कि राज्य के 15 जिलों को सील किया जा रहा है और इन जिलों में किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। साथ ही खबर आई कि इन जिलों में पहले से जारी पास भी निरस्त कर दिए जाएंगे, यहां तक कि मीडियो को भी निकलने की इजाजत नहीं होगी।
Published: undefined
15 जिलों को सील करने सूचना मिलते ही लोगों को लगा कि अब तो सब कुछ बंद हो जाएगा। यहां तक की अगले कुछ दिनों तक पेट्रोल पंप और एटीएम भी नहीं खुलेंगे। ऐसे में लोग घर का सामान खरीदने के लिए उमड़ पड़े। पेट्रोल पंप और एटीएम के बाहर भी एकत्र होगे लगे।
Published: undefined
यह खबर देश के सभी न्यूज चैनलों को ब्रेकिंग न्यूज के साथ चलाना शुरु की और देखते-देखते जंगल की आग की तरह यह बात इन सभी 15 जिलों में फैल गई। इसके तुरंत बाद लोग बाजारों की तरफ दौड़ पड़े। राजधानी लखनऊ के जनरल स्टोरों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग और सारे नियम कायदे भूलकर बस समान का स्टॉक करने में लग गये।
Published: undefined
लखनऊ महानगर में रहने वाले अखिलेश ने बताया कि दोपहर में लखनऊ में पूरी तरह से बंद होने की खबर आते ही दुकानों में काफी भीड़ देखी गयी। उन्होंने बताया कि “हमारे नीचे की राजू जनरल स्टोर में लोगों ने एक-एक बोरी आटा और दाल खरीदना शुरू कर दिया। छोटी सी दुकान में करीब 50 लोग खड़े थे। वह एक-दूसरे के ऊपर चढ़े जा रहे थे। कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं दिख रहा था। पास में मौजूद पुलिस भी उन्हें हटाने में अक्षम हो रही थी।”
ठीक ऐसे ही हालत अमीनाबाद स्थित राशन मंडी की थी। वहां पर थोक की दुकानों पर एक साथ काफी संख्या में लोग देखे गये। वहीं के निवासी रमेश चन्द्र अग्रवाल ने बताया कि सुबह तो ठीक था लेकिन अचानक से पता नहीं यहां पर कैसे एक साथ भीड़ आ गयी लोग आपस में बात कर रहे थे कि कल कर्फ्यू लग जाएगा। देखते ही देखते यहां पर सैकड़ों की तदाद में लोग यहां देखे गये। उन्होंने बताया कि सब्जी वाले के यहां को या जनरल स्टोर हर जगह भीड़ बढ़ गई थी।
Published: undefined
इसके अलावा गोमती नगर, इंदिरा नगर, आशियाना, चौक, ठाकुरगंज, बद्देश्वर, दुबग्गा, केशरी खेड़ा, सआदगंज, अकबरी गेट, राजाजीपुरम, तालकटोरा, पारा, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी, आलमबाग, आशियाना, गीतापल्ली, बंगला बाजार, रजनी खंड, सुल्तानपुर रोड, गोमती नगर विस्तार, तकरोही, खुर्रमनगर,जानकीपुरम, विकास नगर, जानकीपुरम विस्तार, अलीगंज, सीतापुर रोड, खदरा, प्रियदर्शनी कॉलोनी, निराला नगर समेत कई जगहों पर लोगों की इतनी भीड़ हो गई कि एक-एक दुकान पर 15 से 20 लोग एकत्र हो गए। कई जगह पर देखते ही देखते आटा, नमक और हल्दी समेत कई स्टॉक भी बिक गया। इसकी वजह से एक बार फिर रेट बढ़ाने की बात सामने आई।
हालांकि देर शाम तक जब जिला प्रशासन ने इसका खंडन किया और बताया कि यह सामान आगे भी ऐसी ही मिलता रहेगा और किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं तो स्थिति कुछ हद तक संभल पायी। लेकिन इस दौरान दोपहर 2 से शाम छह बजे तक दुकानों पर काफी ज्यादा भीड़ एकत्र हो गई थी।
Published: undefined
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की ओर जारी बयान में कहा गया है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें वह अपने घरो पर रहें क्योंकि पूरे शहर को सील करने की बात सही नहीं है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में भी दूध, फल, सब्जी, दवाईंय, राशन व अन्य जरूरी समान सरकारी एजेंसियों द्वारा पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में पहले की तरह आवश्यक चीजों की दुकानें पहले की तरह खुली रहेंगी।
एडीएम ट्रान्स गोमती विश्व भूषण गुप्ता ने कहा कि कंप्लीट लॉकडाउन एक तथ्यों की नासमझी से उपजी अफवाह है। लखनऊ में कोई दुकान नहीं बंद होगी। अफरा-तफरी करने और बाजार में भीड़ बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है। सबकुछ सामान्य लॉकडाउन जैसा ही चलता रहेगा। केवल हॉट-स्पॉट क्षेत्रों में बैरेकेडिंग होगी और दो से तीन किलोमीटर के दायरे में आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।
Published: undefined
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने की अटकलों के बीच प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रदेश के 15 जिलों के उन इलाकों को पूरी तरह सील करने का निर्णय लिया है,जहां संक्रमण सबसे ज्यादा है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने लोकभवन बताया कि 15 जिलों के उन इलाकों को ही सील किया जाएगा जो हॉटस्पॉट बन चुके हैं। पूरा जिला सील नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में छह या छह से ज्यादा मरीज मिले हैं उन्हें हॉट स्पॉट माना गया है।
इन इलाकों में बैंक भी बंद रहेंगे और मीडिया भी प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने बताया कि अब तक शामली में तीन, मेरठ में सात, बरेली में एक, बुलंदशहर में तीन, बस्ती में आठ, फिरोजाबाद में चार, महाराजगंज में चार, सीतापुर में एक, लखनऊ में 11, बस्ती में आठ हॉट स्पॉट चिह्न्ति किए गए हैं।
Published: undefined
गौरतलब है कि 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के अगले ही दिन देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों से मजदूरों का पलायन शुरु हो गया था। दिल्ली के ज्यादातर मजदूर उत्तर प्रदेश के थे और वे पैदल ही निकल पड़े थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सूचित किया कि इन मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है, जिसके बाद और बड़ी तादाद में मजदूर दिल्ली की सीमा लांघने लगे और एक समय ऐसा आया था कि हालात बेहद नाजुक हो गए थे। इन हालात को काबू करने में कई दिन लगे थै।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined