दुनिया भर के करीब 50,000 फोन की जांच करने वाली एमनेस्टी इंटरनेशनल ने साफ कहा है कि वह अपने इंवेस्टिगेशन पर अडिग है। उसने कहा है कि पेगासस प्रोजेक्ट के जरिए जो भी नंबर सामने आए हैं वह इस बात की पुष्टि करती है कि ये फोन नंबर एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर के निशाने पर थे।
एमनेस्टी इंटरनेशनल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इज़रायली पत्रकारों के हवाले से दावा किया गया कि एमनेस्टी ने कभी नहीं कहा कि लीक फोन नंबर पेगासस स्पाइवेयर के निशाने पर थे।
एमनेस्टी ने इन दावों को झूठ और अफवाह करार देते हुए कहा कि सोशल मीडिया में इस तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं जिससे पेगासस प्रोजेक्ट में सामने आए नंबरों की जासूसी से ध्यान भटकाया जा सके। पेगासस प्रोजेक्ट से खुलासा हुआ है कि बड़े पैमाने पर पत्रकारों, एक्टिविस्ट और अन्य लोगों के फोन की या तो जासूसी की गई या जासूसी करने की कोशिश की गई।
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बयान में एमनेस्टी ने कहा है कि, “एमनेस्टी इंटरनेशनल स्पष्ट रूप से पेगासस प्रोजेक्ट के निष्कर्षों पर कायम है, और यह कि डेटा निर्विवाद रूप से एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर के संभावित टारगेट से जुड़ा हुआ है। सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही झूठी अफवाहों का उद्देश्य पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों के व्यापक गैरकानूनी लक्ष्यीकरण से ध्यान हटाना है जो पेगासस प्रोजेक्ट ने प्रकट किया है।”
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