सदन के पटल पर रणनीति बनाने के लिए संसद में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों से सांसद शामिल हुए। बैठक में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और बजट समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद विपक्षी दलों के सांसद संसद की कार्यवाही में शामिल हुए और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग, लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिली। इसके बाद सदन में विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
Published: undefined
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने विजय चौक पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था। हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे, लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है।”
Published: undefined
खड़गे ने कहा, “हमने तय किया है कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा एलआईसी में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं। एलआईसी, एसबीआई समेत अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए।”
Published: undefined
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हम चाहते हैं कि (केंद्र) इसकी जांच के लिए एक जेपीसी का गठन करे या सीजेआई की निगरानी में एक दिन-प्रतिदिन की रिपोर्ट ले। एलआईसी, एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में निवेश कर लोग करोड़ों रुपये गंवा रहे हैं। सच जानने के लिए संसद में चर्चा की जरूरत।”
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined