अरब की कंट्री कतर में काम करने वाले झारखंड के जमशेदपुर निवासी मो. इमामुद्दीन की हत्या उनके पाकिस्तानी रूममेट ने कर दी और उनकी डेड बॉडी बोरी में बांधकर सेप्टिक टैंक में फेंक दी। मो. इमामुद्दीन के फोन पर जमशेदपुर में रहने वाली उनकी पत्नी तरन्नुम और घर वालों का विगत 12 सितंबर से संपर्क नहीं हो पा रहा था। घर वालों ने कतर में उनके परिचितों और उनके रूममेट को भी फोन किया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। उनकी पत्नी घबराकर कतर पहुंचीं तो इस मामले का खुलासा हुआ। वह अपने पति की डेड बॉडी जमशेदपुर लाना चाहती हैं, लेकिन कतर की पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी।
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मो. इमामुद्दीन जमशेदपुर के गोलमुरी इलाके के रहने वाले थे। वह पहले टाटा की सहायक कंपनी टिनप्लेट में क्रेन ऑपरेटर के पद पर थे। कुछ साल पहले टिनप्लेट कंपनी से वीआरएस लेकर के बाद कतर चले गये थे। वहां उन्होंने कास्को स्टील कंपनी में नौकरी ज्वाइन की। बाद में उन्हें काम से हटा दिया गया, तो वे फ्री वीजा लेकर कतर में रहकर फ्रीलांसर के तौर पर काम करने लगे। पहले उनकी पत्नी और बच्चे भी कतर में उनके साथ रहते थे। बाद में उन्होंने पत्नी और बच्चों को भारत भेज दिया। वे वहां पाकिस्तानी नागरिक के साथ रूम शेयर कर रहे थे। कई दिनों तक उनसे फोन पर संपर्क नहीं होने पर उनकी पत्नी तरन्नुम जब कतर पहुंचीं तो उन्होंने उनके रूम में कई जगह खून के छींटे देखे। उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट की। पुलिस ने जब उनके पाकिस्तानी रूम मेट को पकड़कर पूछताछ की तो उनकी हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद उसकी निशानदेही पर सेप्टिक टैंक से उनकी डेड बॉडी बरामद की गई। बताया जा रहा है कि उनकी हत्या गर्दन रेतकर की गई थी। हत्या की वजहों का पता नहीं चल पाया है।
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तरन्नुम ने कतर पुलिस से पति का शव जमशेदपुर भेजने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने लाश की खराब स्थिति को देखते हुए इसकी इजाजत नहीं दी। उन्हें कतर में ही दफनाये जाने की तैयारी चल रही है।
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