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अडानी समूह कंपनियों के शेयरों में गिरावट का दौर जारी, लेकिन कंपनी का दावा हमारी बैलेंस शीट मजबूत

सिक्यूरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी के अधिकारी जल्द ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे। इस बीच अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का दौर लगातार जारी है। इस बीच मूडीज़ ने भी कंपनी की रेटिंग घटा दी है।

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Getty Images Dhiraj Singh

बाजार के रेगुलेट करने वाली संस्था सेबी अडानी समूह को लेकर की जा रही जांच पर ताजा अपडेट के सात वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलने की तैयारी कर रही है। इस अपडेट में बताया जाएगा कि आखिर समूह ने अपना एफपीओ क्यों वापस लिया। इस बीच अडानी समूह ने एक बयान जारी किया है।

सोमवार शाम को जारी बयान में समूह ने दावा किया कि उसके पोर्टफोलियो की फर्मो की बैलेंस शीट मजबूत है।

यह बयान उन रिपोर्ट्स के बाद आया है कि कंपनी ने अपने सेल्स ग्रोथ प्रोजेक्शन को आधा कर दिया है और नए पूंजी खर्च को फिलहाल रोक दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन खबरों के बाद अडानी ग्रुप ने कहा कि, “हमारी कारोबारी योजनाओं के लिए पैसे की कमी नहीं है, और हम कौशल विकास (स्किल), कॉर्पोरेट गवर्नेंस, सुरक्षित संपत्तियों और मजबूत बैलेंस शीट वाले समूह हैं।”

बयान के मुताबिक, “बाजार के स्थिर होने के बाद हमारी हर कंपनी अपनी बाजार पूंजीकरण की रणनीति पर पुनर्विचार करेगी। हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे पोर्टफोलियों से जुड़े निवेशकों ओर शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न मिलेगा।”

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इस दौरान समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सेबी के अधिकारी 15 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से मुलाकात करने वाले हैं। कहा गया है कि अडानी समूह के शेयरों में हालिया गिरावट के दौरान सेबी द्वारा अपनाए गए निगरानी उपायों पर सेबी बोर्ड वित्त मंत्री को सलाह देगा।

बता दें कि 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट का दौर जारी है। इस रिपोर्ट में शेयरों के दामों में कलाबाजी और खातों की हेरफेर के आरोप लगाए गए हैं। इसके बाद से अडानी समूह की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण में करीब 12 लाख करोड़ की कमी आ चुकी है।

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इसी दौरान ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी समूह ने अपने राजस्व लक्ष्यों को आधा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक समूह ने अपने राजस्व में आने वाले वित्त वर्ष में 40 फीसदी से घटाकर 15-20 फीसदी करने का फैसला किया है।

उधर शुक्रवार को मूडीज़ इन्वेस्टमेंट सर्विस ने अडानी समूह की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी और अन्य तीन कंपनियों की रेटिंग घटा दी। एजेंसी के मुताबिक ऐसा समूह की शेयर बाजार मूल्य को देखते हुए किया गया है। इसके लावा मॉर्गन स्टेनले कैपिटल ने हाल में कहा था कि वह अडानी समूह के शेयरों की खरीद-बिक्री पर नजर रखे हुए हैं।

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