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यूपी के रायबरेली में टला बड़ा रेल हादसा, बालू के ढेर से ढंक गया था ट्रैक, लोको पायलट की समझदारी से हादसा टला

रायबरेली के रघुराजपुर रेलवे क्रॉसिंग पर रात करीब 7.55 बजे अज्ञात डंपर ने रेलवे ट्रैक पर रेत डाल दी थी। समझदार लोको पायलट ने ट्रैक पर जमा रेत को देखते हुए समय रहते ट्रेन रोक दी।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया 

उत्तर प्रदेश में रायबरेली-रघुराज सिंह पैसेंजर ट्रेन के सतर्क लोको पायलट की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। समझदार लोको पायलट ने ट्रैक पर जमा रेत को देखते हुए समय रहते ट्रेन रोक दी। पायलट ने ट्रेन नंबर 05251 को बेपटरी होने से रोकने के लिए आपातकालीन ब्रेक लगाया। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, रायबरेली के रघुराजपुर रेलवे क्रॉसिंग पर रात करीब 7.55 बजे अज्ञात डंपर ने रेलवे ट्रैक पर रेत डाल दी थी।

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प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे पर मिट्टी डालने का काम चल रहा था और उसी काम में लगे एक डंपर ने ट्रैक पर रेत डाल दी और भाग गया। इसके तुरंत बाद रायबरेली से रघुराज सिंह शटल ट्रेन नंबर 05251 आई, जो धीमी गति से चल रही थी। ट्रेन की गति कम होने के कारण लोको पायलट ने ट्रेन को अचानक रोक दिया और दुर्घटना होने से बच गई।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यदि ट्रेन की गति अधिक होती तो वह पटरी से उतर सकती थी।पुलिस मामले की जांच कर रही है और डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि बाद में ट्रैक से रेत हटा दी गई और मार्ग पर रेल यातायात फिर से शुरू कर दिया गया।

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इससे पहले 5 अक्टूबर को भी एक बड़ा हादसा टल गया था, जब लखनऊ जाने वाली ट्रेन को समय रहते रोक दिया गया था। उस समय ट्रैक पर एक कार चलती दिखी थी।

यह घटना गोंडा-लखनऊ रेल खंड के पास हुई, जब गोरखपुर-लखनऊ इंटरसिटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के चालक ने ट्रैक पर एक कार देखी। चालक ने तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाया और ट्रेन को समय रहते रोक दिया।

इससे पहले, भारतीय रेलवे ने कहा था कि अगस्त से अब तक देश भर में ट्रेनों को पटरी से उतारने की 18 कोशिशें हुई हैं। अधिकारियों ने बताया कि जून 2023 से अब तक ऐसी 24 घटनाएं हो चुकी हैं।

अधिकारियों को रेल पटरियों पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं रखी हुई मिलीं, जिनमें एलपीजी सिलेंडर, साइकिल, लोहे की छड़ें और सीमेंट के ब्लॉक शामिल थे।

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