विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 24 जून से 21 जुलाई के बीच भारत में कोविड-19 के 908 नए मामले सामने आए और दो मरीजों की इस बीमारी से मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, भारत के कई राज्यों में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, मेघालय, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में पांच प्रतिशत से ज्यादा की पॉजिटिविटी रेट देखी जा रही है।
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डब्ल्यूएचओ के नवीनतम कोविड महामारी विज्ञान अपडेट से पता चला है कि 24 जून से 21 जुलाई के बीच, 85 देशों में हर सप्ताह कोरोना वायरस-2 के लिए औसतन 17,358 नमूनों का परीक्षण किया गया। इस दौरान पिछले 28 दिन (27 मई से 23 जून) की तुलना में दुनिया भर में नए मामलों में 30 प्रतिशत और मौतों में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि 96 देशों में 1,86,000 से अधिक नए मामले सामने आए और 35 देशों में 2,800 से अधिक मौतें हुईं।
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डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया कि महामारी की शुरुआत से लेकर 21 जुलाई तक दुनिया भर में 77.5 करोड़ से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 70 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। कोविड के कारण सबसे अधिक अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की सूचना अमेरिका और यूरोपीय क्षेत्र के देशों से मिली है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की बात करें तो थाईलैंड (6,704 नए मामले और 35 मौतें) में संक्रमण का असर सबसे ज्यादा है। उसके बाद भारत (908 नए मामले और दो मौतें) और बांग्लादेश (372 नए मामले और एक मौत) का स्थान रहा।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर जेएन.1 के मामले सबसे अधिक आए हैं। इस वेरिएंट के मामले 135 देशों में पाए गए हैं। सार्स कोव-2 के वेरिएंट केपी.3.1.1 और एलबी.1, जो कि जेएन.1 के वंशज हैं, वैश्विक स्तर पर उनके मामले बढ़ रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, भारत के कई राज्यों में कोविड के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, मेघालय, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में पांच प्रतिशत से ज्यादा की पॉजिटिविटी रेट देखी जा रही है।
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भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के अनुसार, अत्यधिक संक्रामक केपी.1 और केपी.2 स्ट्रेन हैं जो जेएन.1 ओमिक्रॉन वैरिएंट से विकसित हुए हैं। ये भारत में भी कोविड मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने इस महीने की शुरुआत में संसद को सूचित किया कि अभी तक अस्पताल में भर्ती होने या बीमारी की गंभीरता में कोई वृद्धि नहीं हुई है। नड्डा ने बताया कि 5 अगस्त तक कोविड के केपी म्यूटेंट स्ट्रेन के 824 मामले दर्ज किए गए थे। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 417 मामले थे, उसके बाद पश्चिम बंगाल में 157 और उत्तराखंड में 64 मामले थे।
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