आंध्र प्रदेश में शनिवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें से पांच लोगों की मौत विजयवाड़ा में भूस्खलन के कारण हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। विजयवाड़ा के नगर आयुक्त एचएम ध्यानचंद्र ने बताया कि मोगलराजपुरम में भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत हो गई। ध्यानचंद्र ने कहा,‘‘भूस्खलन के कारण पांच लोगों की मौत हुई है। यह संख्या और भी बढ़ सकती है।’’ उन्होंने कहा कि रविवार सुबह मलबा हटाने का काम फिर से शुरू किया जाएगा।
नगर आयुक्त के अनुसार, भारी बारिश के कारण मोगलराजपुरम में एक स्थान पर भूस्खलन हुआ और दो घरों पर चट्टानें गिर गईं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भूस्खलन पीड़ितों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से लोगों को दूर भेजने का निर्देश दिया क्योंकि अगले दो-तीन दिनों में भारी बारिश होने का अनुमान है। गुंटूर जिले के पेदाकाकानी गांव में, उफनती जलधारा को पार करते समय एक कार के बह जाने के कारण उसमें सवार एक शिक्षक और दो छात्रों की मौत हो गई, जो अपने घर लौट रहे थे।
गुंटूर जिले के पुलिस अधीक्षक एस. सतीश ने बताया, "घटना दोपहर 12:30 बजे के आसपास हुई। बारिश के कारण कक्षाएं निलंबित होने के बाद, शिक्षक दो छात्रों के साथ स्कूल से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित गांव के लिए रवाना हुए तभी धारा को पार करते समय उनकी कार बह गई।" उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीनों शव बरामद कर लिये हैं।
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अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में विजयवाड़ा समेत आंध्र प्रदेश के कई स्थानों पर लगातार बारिश हुई। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह 8:30 बजे तक, बीते 24 घंटे के दौरान विजयवाड़ा शहर में 18 सेंटीमीटर बारिश हुई। शहर में शनिवार को भी बारिश जारी रही।
इससे पहले विजयवाड़ा के नगर आयुक्त ध्यानचंद्र ने बताया था कि नगर निकाय की कई टीम पंपों का उपयोग करके जलमग्न सड़कों से पानी को वापस नहरों में डालने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शहर में 22 स्थान प्रभावित हुए हैं, जहां नगर निकाय की टीमें पानी का रुख मोड़ने के लिए तड़के चार बजे से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की आशंका वाले कुछ वार्ड में बारिश का पानी घरों में भी घुस गया है।
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उन्होंने कहा कि लगातार बारिश से राहत अभियान प्रभावित हो रहा है। इस बीच, ध्यानचंद्र ने कहा कि प्रभावित लोगों के रहने के लिए शहर के सभी समुदाय भवन खोल दिए गए हैं, उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था की गई है।
विजयवाड़ा के अलावा, मछलीपट्टनम में भी 18 सेंटीमीटर (सेमी) बारिश हुई। वहीं, गुडीवाड़ा मे 17 सेमी, कैकालुरु मे 15 सेमी, नरसापुरम में 14 सेमी, अमरावती में 13 सेमी, मंगलागिरी में 11 सेमी और नंदीगामा व भीमावरम मे 11-11 सेमी बारिश हुई।
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मौसम विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कई अन्य स्थान पर 1 से 9 सेमी के बीच वर्षा दर्ज की गई। गुंटूर शहर में कई सड़कें और विजयवाड़ा व गुंटूर के बीच काजा टोल प्लाजा में भी बारिश का पानी भर गया। भारी बारिश के कारण राज्य के कई शहरों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इसके अलावा, मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तटों पर दबाव शनिवार अपराह्न 2:30 बजे तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर 18.1 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.1 डिग्री पूर्वी देशांतर के करीब पहुंच गया।
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मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मौसम की स्थिति की समीक्षा करने के लिए अधिकारियों के साथ ‘टेलीकांफ्रेंस’ की क्योंकि अगले तीन दिन भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है।उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया और तालाबों की निगरानी के लिए सिंचाई व राजस्व विभागों के बीच समन्वय का आह्वान किया।
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इससे पहले, आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक आर कुर्मान्ध ने कहा कि तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी, साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी। उन्होंने कहा कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू और विशाखापत्तनम जिलों में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने लोगों को नहरों और नालों के उफनने, बिजली के खंभे गिरने और निचले इलाकों में पानी भरने की आशंकाओं के मद्देनजर सावधान रहने को कहा। इस बीच, केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की अधिकांश नदियों में उफान आ सकता है।
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सीडब्ल्यूसी ने कहा कि चूंकि नागार्जुनसागर, श्रीशैलम, थोट्टापल्ली, मद्दुवालासा, श्रीराम सागर और अन्य जैसी कई परियोजनाओं में पानी का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए निचले इलाकों में लोगों को सूचित करने के बाद मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार पानी छोड़ने का आह्वान किया जाता है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की चार और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की छह टीम बारिश से संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रखी गई हैं, जबकि दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) जोन के विजयवाड़ा डिवीजन ने कई रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया है और कई अन्य को रद्द कर दिया है। एससीआर ने साथ ही कई प्रमुख रेलवे स्टेशन पर हेल्पलाइन की भी शुरुआत की है।
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