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अफगानिस्तान में जांच के घेरे में आए 25 भारतीय, सभी के ISIS-K से है कनेक्शन! सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी नजर

सुरक्षा और खुफिया प्रतिष्ठान उन 25 भारतीयों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, जो अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसआईएस-के) से कथित रूप से जुड़े होने के आरोप में अफगानिस्तान में वांडेट हैं।

फोटो: IANS
फोटो: IANS 

सुरक्षा और खुफिया प्रतिष्ठान उन 25 भारतीयों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, जो अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसआईएस-के) से कथित रूप से जुड़े होने के आरोप में अफगानिस्तान में वांछित हैं। एजेंसियों का मानना है कि फिलहाल वे नंगरहार इलाके के पास पाकिस्तान से लगी सीमा के पास अफगानिस्तान में रह रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि वे ओसामा बिन लादेन के पूर्व सुरक्षा प्रमुख अमीन अल हक के गृहनगर के पास छिपे हुए हैं। हक, जिसे पाकिस्तान ने हिरासत में लिया और फिर मुक्त कर दिया था, एक सशस्त्र तालिबान अनुरक्षण के साथ नंगरहार में अपने गृहनगर लौट आया। हक का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उसे देश पर तालिबान के कब्जा करने के दो हफ्ते से भी कम समय बाद विजयी रूप से अपने घर लौटते देखा जा सकता है।

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अब तक एक मुंसिब की पहचान की है, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय है और ऑनलाइन भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल है। इसके अलावा, तालिबान ने आईएसआईएस-के के भर्तीकर्ता एजाज अहंगर को भी अफगानिस्तान की एक जेल से रिहा कर दिया है। अहंगर को भारत में मोस्ट वांटेड आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

एक सूत्र ने कहा कि आईएसआईएस-के प्रासंगिक बने रहने और अपने रैंकों के पुनर्निर्माण पर जोर दे रहा है। वह तालिबान के रैंकों से संभावित रूप से तैयार किए गए नए समर्थकों की भर्ती और प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो कि शांति प्रक्रिया को निश्चित तौर पर बाधित करेगा।

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दरअसल तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद जेल में बंद काफी आतंकवादियों को रिहा किया है, जिनमें आईएसआईएस-के से जुड़े आतंकी और वांछित भारतीय भी शामिल हैं। सुरक्षा प्रतिष्ठान ने कहा कि आईएसआईएस-के से जुड़े हजारों कैदियों को अफगान जेलों से मुक्त कर दिया गया है।

ऐसा माना जाता है कि 2016 में अपने चरम पर रहे आईएसआईएस-के के पास अफगानिस्तान और पाकिस्तान में केवल 3,000-4,000 लड़ाके थे। तब से कुछ ही वर्षों में इनकी संख्या कम हो गई है।

अफगानिस्तान में एक कार्रवाई के तहत, 2019 से आईएसआईएस-के से जुड़े कई भारतीयों को जेल में डाल दिया गया था। जेल में बंद लोगों में 300 पाकिस्तानी, कुछ चीनी और बांग्लादेशी थे। कुल मिलाकर, 1400 से अधिक आईएसआईएस-के आतंकवादियों ने अफगान बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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