प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से वाराणसी से चुनावी मैदान में हैं। यहां अतिंम चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे। पिछली बार मोदी यहां से करीब पौने चार लाख वोटों से जीते थेे। लेकिन इस बार उनके लिए वाराणसी की राह इतनी भी आसान नहीं है। ये ‘स्पेशल 25’ मोदी की टेंशन बढ़ा रहे हैं। उनके खिलाफ लड़ रहे प्रत्याशियों पर अगर गौर करें तो कुछ रोचक तथ्य निकल कर सामने आते हैं।
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
2014 में, मोदी के खिलाफ 41 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। इस वर्ष यह संख्या घटकर 25 हो गई है। इसके बावजूद उनके खिलाफ एक 'छोटा भारत' चुनाव लड़ रहा है। ये 'स्पेशल 25' उम्मीदवार आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, केरल, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के हैं और इसमें से प्रत्येक यहां कुछ न कुछ मुद्दे साबित करने आए हैं।
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
महाराष्ट्र के एक किसान मनोहर आनंद राव पाटील महात्मा गांधी की तरह कपड़े पहनते हैं और अपने गले में उनका फोटोग्राफ लटकाए रखते हैं। वह कहते हैं, "मैं यहां मोदी को हराने नहीं आया हूं। मैं उनका ध्यान किसानों की दुर्दशा और बढ़ते भ्रष्टाचार की ओर दिलाना चाहता हूं।"
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
आंध्र प्रदेश से यहां मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आए मानव विश्वमानव भी प्रधानमंत्री का ध्यान किसानों की दुर्दशा की ओर खींचना चाहते हैं। उनके किसान पिता का देहांत हो गया है और उनकी मां विशाखापत्तनम में कुली का काम करती हैं।
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
हॉकी खिलाड़ी ओलंपियन दिवंगत मोहम्मद शाहिद की बेटी हिना शाहिद भी मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। उनका कहना है कि वह संसद इसलिए जाना चाहती हैं ताकि वह महिलाओं का मुद्दा उठा सके। उन्होंने कहा, "मैं जानती हूं कि मैं मोदी को नहीं हरा सकती लेकिन किसी को इसीलिए घर में नहीं बैठ जाना चाहिए कि वह (मोदी) एक मजबूत उम्मीदवार हैं।"
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
मनीष श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ के रायपुर से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आए हैं। वह चाहते हैं कि सरकार सभी सरकारी कर्मचारियों को अपनी संतानों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाना अनिवार्य कर दे और सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मुहैया कराए। उनका मानना है कि इससे इन क्षेत्रों को बेहतर बनाने और भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी।
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
उत्तराखंड के हरिद्वार से आए सुनील कुमार इस सीट से चुनाव लड़ने आए हैं और गंगा के लिए राष्ट्रीय नदी का दर्जा चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मोदी की तरह मैं भी 'गंगा पुत्र' हूं क्योंकि मैं गंगा किनारे रहता हूं।"
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
लखनऊ के मलीहाबाद से यहां चुनाव लड़ने आए शेख सिराज बाबा ने कहा कि वह गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। उनका मुख्य मुद्दा गायों का संरक्षण और गोकशी पर रोक लगाना है।
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
इन उम्मीदवारों के अलावा, कानपुर से कृषि वैज्ञानिक राम शरण राजपूत, वाराणसी के वकील प्रेम नाथ शर्मा, बरेली से त्रिभुवन शर्मा और लेखक अमरेश मिश्रा चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा कांग्रेस के अजय राय और समाजवादी पार्टी से शालिनी यादव भी इस निर्वाचन क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST
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Published: 13 May 2019, 7:00 PM IST