बहुजन समाज पार्टी(बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने बुआ और भतीजे के रिश्ते को लेकर हो रहे हमले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा और कहा कि उनका यह रिश्ता भारतीय सभ्यता को ध्यान में रखकर सामाजिक महापरिवर्तन के लिए है।
Published: undefined
मायावती और अखिलेश यादव ने बुधवार को आजमगढ़ में संयुक्त रूप से एक चुनावी रैली को संबोधित किया। मायावती ने कहा, "बीजेपी जाति, धर्म, राष्ट्रवाद और आतंकवाद के नाम पर बरगलाने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं बीजेपी वाले हमारे बीच बने संस्कारी रिश्तों पर भी तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। ये लोग हमारी संस्कृति और सभ्यता के आधार पर बने रिश्तों पर ही तंज कस रहे हैं। लेकिन, हमारा यह रिश्ता भारतीय सभ्यता को ध्यान में रखकर सामाजिक महापरिवर्तन का रिश्ता है।"
Published: undefined
उन्होंने कहा, 'अब तो बीजेपी ने अखिलेश यादव के घर में भी डकैती डाल दी है। उनके चाचा शिवपाल यादव को तोड़कर उनकी अलग पार्टी बनवाई। जहां-जहां बीजेपी के उम्मीदवार खड़े होंगे, वहां एसपी के वोट काटने के लिए शिवपाल के उम्मीदवार खड़े कराए। उत्तर प्रदेश में जितनी भी दलित बिरादरियों के छोटे-छोटे संगठन बने हैं, वे बीजेपी ने वोट बांटने के लिए बनाए हैं। आप उनसे दूरी बनाए रखें।
Published: undefined
उन्होंने कहा, "आजमगढ़ सदर लोकसभा सीट से फूट डालो राज करो की नीति के तहत निरहुआ को प्रत्याशी बनाया है। मुझे अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा है कि आप सभी अखिलेश यादव को यहां से जिताएंगे। प्रदेश में पांच चरणों के वोट पड़ चुके हैं। जिसकी अच्छी रिपोर्ट गठबंधन के पक्ष में मिल रही है। इस बार चुनाव में यहां हमारे लोग नमो नमो की छुट्टी करेंगे।"
Published: undefined
उन्होंने कहा, "बीजेपी की इस गठबंधन से नींद उड़ गई है। मोदी ने गुजरात में अगड़ी जाति को ही पिछड़ी जाति में शामिल कर लिया है। सामाजिक महापरिवर्तन का गठबंधन किसी और राज्य में न बन जाए, उससे बीजेपी चिंतित है।"
Published: undefined
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "यह देश को महापरिवर्तन की तरफ ले जाने वाला महागठबंधन है। यह लोगों को सम्मान दिलाने वाला गठबंधन है। बीजेपी को अपना वादा याद नहीं है। किसानों की आय नहीं बढ़ पा रही है। हमारे किसान इंतजार करते रहे कि खुशहाली आएगी, लेकिन खाद की बोरी में पांच किलो की चोरी हो गई। नौकरी रोजगार की उम्मीद थी, मगर सरकार की नोटबंदी और जीएसटी से नौकरी खत्म हो गई। करोड़ों नौकरियों की बात कही थी, मगर व्यापार भी ठप है।"
Published: undefined
उन्होंने चाय वाला और चौकीदार का हवाला देते हुए पुरानी बातें दोहराई। उन्होंने कहा, "बाबा मुख्यमंत्री कहते हैं कि संविधान न होता तो मैं गाय-भैंस चरा रहा होता। मैं कहता हूं कि यदि संविधान न होता तो बाबा भी मठ में घंटा बजा रहे होते। इन्होंने अपनी सरकार नफरत और धोखे की नींव पर रखी है। अंग्रेजों की तरह बीजेपी हमें और आपको बांटना चाहती है। आजमगढ़ से समाजवादी रिश्ता बहुत पुराना है, यहां की जनता पर हमें पूरा भरोसा है कि परिणाम ऐतिहासिक आएगा।"
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined