लोकसभा चुनाव के पहले चरण में महाराष्ट्र के 7 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। जिसमें से चंद्रपुर लोकसभा सीट भी एक है। चंद्रपुर कभी कांग्रेस का गढ़ रहा है। लेकिन पिछले 15 साल से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हंसराज अहिर यहां से सांसद हैं। हंसराज अहिर ने 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के संजय देवतले को हराया था।
1952 में पहली बार देश में लोकसभा चुनाव कराया गया। इसके साथ ही चंद्रपुर लोकसभा सीट के लिए भी वोट डाले गए थे। कांग्रेस के टिकट पर अब्दुल्लाभाई मुल्ला तहेराली चंद्रपुर लोकसभा सीट से पहले सांसद चुने गए। उनके बाद 1957 में वी एन स्वामी चुनाव जीते थे। लेकिन 1962 में निर्दलीय उम्मीदवार लाल श्याम शाह चुनाव जीतने में सफल रहे। लेकिन उन्होंने 2 साद बाद इस्तीफा दे दिया और यहां 1964 में उपचुनाव कराए गए। उपचुनाव में कांग्रेस ने दोबरा इस सीट पर अपना कब्जा जमाया। जीएम कन्नमवार ने कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की थी। 1967 के अगले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का ही कब्जा रहा। कांग्रेस के एम कौशिक जीतकर संसद पहुंचे। तो वहीं 1971 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अब्दुल शफी चुनाव जीते। इसके अगले चुनाव में कांग्रेस के लगातार जीत का सिलसिला टूट गया। 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल के राजेश विश्वेश्वर राव कांग्रेस प्रत्याशी को हराने में कामयाब रहे। लेकिन अगले चार लोकसभा चुनाव में फिर से कांग्रेस को जीत मिली। कांग्रेस के नेता शांताराम पोटदुखे 1980, 1984, 1989 और 1991 में लगातार चार बार यहां से सांसद चुने गए। यह भी कहा जाने लगा कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता, लेकिन वर्ष 1996 में बीजेपी के हंसराज अहिर ने पोटदुखे को 1 लाख वोटों के अंतर से परजित किया। अहिर वर्ष 1998 के चुनाव में अपनी सीट बरकरार रखने में असफल रहे। कांग्रेस के नरेश पुगलिया ने उन्हें पराजित कर चंद्रपुर लोकसभा सीट पर कब्जा जमाया। साल 1999 के चुनाव में भी पुगलिया ने जीतने में कामयाब रहे।
वर्ष 1999 के बाद से चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र बीजेपी का गढ़ बना हुआ है। बीजेपी ने चंद्रपुर लोकसभा सीट पर 2004 में दोबारा हंसराज अहिर को मैदान में उतारा। बीजेपी का यह दांव सफल रहा और हसंराज अहिर चुनाव जीतने में कामय रहे। 2009 के चुनाव में भी हंसराज ने जीत दर्ज की। अगले चुनाव 2014 में भी उन्हें जीत मिली। हंसराज अहिर मोदी सरकार में मंत्री बनाए गए।
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