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दुनियाः ट्रंप के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार वेंस का भारत से खास कनेक्शन और इमरान की पार्टी पर प्रतिबंध पर घिरे शहबाज

पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक प्रमुख सैन्य छावनी पर हुए हमले में पाकिस्तानी सेना के कम से कम आठ सैनिकों की मौत हो गई जबकि सुरक्षा बलों ने सभी 10 आतंकवादियों को मार गिराया।

ट्रंप के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार वेंस का भारत से है खास कनेक्शन
ट्रंप के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार वेंस का भारत से है खास कनेक्शन फोटोः सोशल मीडिया

ट्रंप के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जेडी वेंस का भारत से है खास कनेक्शन

रिपब्लिकन पार्टी से व्हाइट हाउस के लिए संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जेडी वेंस को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। वेंस ओहायो से पहली बार सीनेटर बने हैं और उनकी पत्नी भारतीय-अमेरिकी हैं। 39 साल के वेंस ट्रंप से 40 साल छोटे हैं और उनके पास अमेरिकी सेना में काम करने का अनुभव है। वे एक पूर्व वेंचर कैपिटलिस्ट और एक लेखक हैं। उन्होंने "हिलबिली एलेजी" नाम से किताब लिखी है जो कामकाजी अमेरिकी परिवार में पले-बढ़े होने के बारे में एक आत्मकथा है। वे राजनीति में नए हैं और 2022 में अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए थे, जिसमें काफी हद तक ट्रंप का समर्थन हासिल था।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "लंबे विचार-विमर्श और कई अन्य लोगों की प्रतिभाओं को देखने के बाद मैंने निर्णय लिया है कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति का पद संभालने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति ओहायो के सीनेटर जेडी वेंस हैं।" उन्होंने आगे कहा, "जेडी ने मरीन कॉर्प्स में हमारे देश की सेवा की, दो साल में ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, येल लॉ स्कूल से स्नातक हैं, जहां वे येल लॉ जर्नल के संपादक और येल लॉ वेटरन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। जेडी की पुस्तक, 'हिलबिली एलेजी', एक बेस्टसेलर थी और यह मूवी बन गई, इसमें हमारे देश के मेहनती पुरुषों और महिलाओं की प्रशंसा की गई है।

वेंस की शादी भारतीय-अमेरिकी उषा वेंस से हुई है, जिनका जन्म उषा चिलुकुरी के रूप में हुआ था। वह एक सफल वकील हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स के लिए काम किया। वह सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में बड़ी हुईं। वह येल यूनिवर्सिटी गईं और अपने पति की तरह येल लॉ स्कूल से स्नातक भी हुईं। वेंस से उम्मीद की जा रही है कि वे कामकाजी वर्ग के मतदाताओं के बीच ट्रंप की अपील को बढ़ाएंगे, उनकी खुद की पृष्ठभूमि "हिलबिली एलेजी" में बताई गई है। सैन फ्रांसिस्को में वेंचर कैपिटल में काम करने के दौरान उनके अच्छे संपर्क बने थे जो अब ट्रंप के अभियान के दौरान काम आएंगे।

हालांकि वेंस हमेशा से ट्रंप के समर्थक नहीं थे, वो ट्रंप के आलोचक भी रहे हैं। उन्होंने एक बार उन्हें "अमेरिका का हिटलर" कहा था और खुद को ट्रंप के लिए कभी नहीं काम करने वाला बताया था। लेकिन ट्रंप पर हत्या के प्रयास के बाद, उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन को दोषी ठहराया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "आज ये केवल एक अलग घटना नहीं है, बाइडेन अभियान का मुख्य आधार यही रहा है कि ट्रंप एक सत्तावादी फासीवादी हैं, जिन्हें हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। उसी बयानबाजी से ट्रंप पर हत्या का प्रयास हुआ।" बाइडेन-कमला हैरिस अभियान ने ट्रंप के चयन की आलोचना करते हुए कहा कि वेंस को "इसलिए चुना गया क्योंकि वह माइक पेंस की तरह नहीं है जो 6 जनवरी 2021 को ट्रंप ने जो किया था उसमें उनका साथ नहीं दिया था। ट्रंप के एजेंडे के लिए वेंस हर संभव प्रयास करेंगे, भले ही इसका मतलब कानून तोड़ना ही क्यों न हो"।

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इमरान की पार्टी पर प्रतिबंध के फैसले पर घिरे शहबाज

पाकिस्तान सरकार के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने के विवादित फैसले से सियासी हंगामा शुरू हो गया है और शहबाज शरीफ सरकार को अपने सहयोगियों से ही समर्थन नहीं मिल रहा है। कई हितधारकों ने भी इसे अलोकतांत्रिक करार दिया है। साथ ही कहा कि इस फैसले को लागू करने के दूरगामी असर होंगे।

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को गैर कानूनी तरीके से विदेश से चंदा लेने, दंगों में संलिप्त होने और कथित तौर पर ‘राष्ट्र विरोधी’ गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नीत सरकार ने 71 वर्षीय खान और पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी सहित अन्य पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की भी चेतावनी दी है। पीटीआई ने इसे ‘हताशा में उठाया गया’ कदम और संघीय प्रशासन में हड़बड़ाहट का संकेत बताया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी), अवामी नेशनल पार्टी, जमीयत उलेमा ए इस्लाम और जमात ए इस्लामी जैसे दलों ने भी इस फैसले की आलोचना की है।

पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी नीत पीपीपी ने इस विवादित कदम से किनारा कर लिया है। पार्टी ने कहा कि खान की पार्टी पर प्रतिबंध लगाने से पहले उससे चर्चा नहीं की गई। केंद्र में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-नीत) सरकार में सहयोगी पीपीपी की सूचना सचिव शाजिया अता मारी ने कहा कि उनकी पार्टी पीटीआई पर प्रतिबंध को लेकर सरकार से चर्चा करेगी। पीएमएल-एन के पूर्व नेता और अवाम पाकिस्तान नाम से अपना दल बनाने वाल शाहिद खाकान अब्बासी ने भी इस कदम पर आपत्ति जताई है।

जमीयत उलेमा ए इस्लाम-एफ के नेता हाफीज हमदुल्लाह ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना की और आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल किया कि क्या इस फैसले से राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता आएगी। जमीयत ए इस्लामी ने भी फैसले का विरोध किया और कहा कि यह स्पष्ट है कि यह फैसला अदालत में कानून की कसौटी पर खरा नहीं उतरेगा।

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पाकिस्तान में सैन्य छावनी पर हमला, 8 सैनिक और 10 आतंकवादी मारे गए

पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक प्रमुख सैन्य छावनी पर हुए हमले में पाकिस्तानी सेना के कम से कम आठ सैनिकों की मौत हो गई जबकि सुरक्षा बलों ने सभी 10 आतंकवादियों को मार गिराया। सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एक बयान में कहा गया है कि हमला करने वाले सभी 10 आतंकवादियों को भी मार गिराया गया। ये आतंकी सोमवार को बन्नू छावनी में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

बयान के मुताबिक, हमले का प्रयास असफल होने पर आंतकियों ने विस्फोटकों से लदे वाहन को छावनी की दीवार से टकरा दिया, जिससे दीवार का एक हिस्सा ढह गया और आस-पास के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। बयान में कहा गया कि जवाबी कार्रवाई के दौरान आठ सैनिकों की मौत हो गई और सभी 10 आतंकवादियों को मार गिराया गया। इसमें कहा गया कि यह हमला हाफिज गुल बहादुर समूह द्वारा किया गया था, जो अफगानिस्तान से संचालित होता है और अतीत में भी पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए अफगान धरती का इस्तेमाल करता रहा है।

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कान पर पट्टी बांधे ट्रंप का रिपब्लिकन सम्मेलन में जोरदार स्वागत

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के दो दिन बाद, ‘रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन’ (आरएनसी) में सोमवार रात अपने दाहिने कान पर सफेद पट्टी बांधकर पहुंचे। हमले के बाद पहली बार वह सार्वजनिक रूप से नजर आए। ट्रंप ने सम्मेलन के शुरुआती दिन सोमवार को हजारों निर्वाचकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सम्मेलन कक्ष में प्रवेश किया और अमेरिका के विस्कॉन्सिन राज्य के शहर मिलवाउकी स्थित फिसर्व फोरम में आयोजित चार दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन के अंत में अपनी मुट्ठी ऊपर उठाते हुए अपनी मजबूती का संकेत दिया।

सम्मेलन हॉल में प्रवेश करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने प्रमुख राजनीतिक सहयोगियों और अपनी तीन संतान सहित परिवार के सदस्यों का तो अभिवादन किया, लेकिन पत्नी मेलानिया का नहीं।ट्रंप (78) पर शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान 20 वर्षीय एक हमलावर ने कई गोलियां चलाईं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से पर चोट आई। सम्मेलन के दौरान मौजूद लोगों ने तालियों के साथ एवं नारे लगाकर उनका जोरदार स्वागत किया और जब ली ग्रीनवुड ने ‘गॉड ब्लेस द यूएसए’ गाना गाया तो सभी भावुक हो गए।

‘रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन’ में पर्याप्त संख्या में ‘डेलीगेट’ (मतदाताओं के समूह का प्रतिनिधित्व करने वाला व्यक्ति) के वोट हासिल करने के बाद ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार बन गए हैं। इसके कुछ घंटों बाद वह इस सम्मेलन में उपस्थित हुए।ट्रंप ने ओहायो के सीनेटर जे डी वेंस (39) को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। सम्मेलन में ट्रंप के साथ वेंस भी थे। ट्रंप अपनी उम्मीदवारी पर मुहर लगने से संबंधित भाषण बृहस्पतिवार को देंगे। रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष माइकल व्हाटली ने सोमवार को सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में कहा, ‘‘हमें एक पार्टी के रूप में एकजुट होना चाहिए और हमें एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होना चाहिए। हमें ट्रंप की तरह ही अपनी ताकत दिखानी होगी और देश को बेहतर भविष्य की ओर ले जाना होगा।’’

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अफगानिस्तान में अचानक आई बाढ़ में 35 की मौत

पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में बारिश और अचानक आई बाढ़ में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई और 250 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अधिकारी ने यह जानकारी दी। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने नंगरहार के सूचना और संस्कृति के प्रांतीय निदेशक कुरैशी बडलोन के हवाले से बताया कि सोमवार दोपहर को आई आपदा में जलालाबाद की प्रांतीय राजधानी, सुख रोड जिले और पाकिस्तान की सीमा से लगे प्रांत के इलाके प्रभावित हुए। अधिकारी ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। सोमवार सुबह नंगरहार के पड़ोसी कुनार प्रांत में भी इसी तरह की प्राकृतिक आपदा में पांच लोगों की मौत हो गई। अफगानिस्तान में मई से अब तक भारी बारिश और बाढ़ से 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

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