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दुनियाः बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में छात्र नेताओं को अहम विभाग मिले, यूक्रेन ने 27 लड़ाकू रूसी ड्रोन मार गिराए

बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान वीरान हो गए पुलिस थानों को सेना की सहायता से धीरे-धीरे फिर खोला जा रहा है। इटली की क्षेत्रीय सरकारों और नगर पालिकाओं ने देश में अत्यधिक गर्म और शुष्क ग्रीष्म काल के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित की है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में छात्र नेताओं को अहम विभाग मिले
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में छात्र नेताओं को अहम विभाग मिले फोटोः IANS

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में छात्र नेताओं को अहम विभाग मिले

बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के मुख्य समन्वयकों में से एक छात्र नेता नाहिद इस्लाम को शुक्रवार को देश की नवगठित अंतरिम सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी और डाक मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। गत 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर भारत आने के बाद बांग्लादेश में गुरुवार रात अंतरिम सरकार ने शपथ ली, जिसमें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है। सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के एक अन्य प्रमुख नेता आसिफ महमूद को युवा एवं खेल मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। यूनुस ने रक्षा, शिक्षा, रेलवे, कृषि, वाणिज्य आदि सहित कई प्रमुख मंत्रालय अपने पास रखे हैं।

बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले छात्र नेता नाहिद अब देश में अंतरिम सरकार के गठन में भी एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरे हैं। उन्होंने शेख हसीना के ढाका से जाने के बाद न केवल बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन और सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान के साथ कई दौर की चर्चा की, बल्कि यूनुस को अंतरिम सरकार में शामिल होने के लिए राजी करने में भी प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने आश्वासन दिया था कि अंतरिम राष्ट्रीय सरकार में छात्र समुदाय और नागरिक समाज के सदस्यों का उचित प्रतिनिधित्व होगा। गुरुवार दोपहर जब यूनुस ढाका पहुंचे तो हवाई अड्डे पर सेना प्रमुख जमान और नाहिद इस्लाम सहित कई छात्र नेताओं ने उनका स्वागत किया। अंतरिम सरकार में 17 सदस्य हैं जो मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से लेकर पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर और पूर्व चुनाव आयुक्त तक विभिन्न पृष्ठभूमियों से आते हैं।

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यूक्रेन ने रूस के 27 लड़ाकू ड्रोन मार गिराए

यूक्रेनी सेना ने गुरुवार रात रूसी हमले में शामिल सभी 27 लड़ाकू ड्रोनों को मार गिराने का दावा किया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि उत्तरी, मध्य, दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन के सात क्षेत्रों में रात भर शाहेद-136 और शाहेद-131 ड्रोनों को गिराया गया। वायु रक्षा प्रणाली कीव क्षेत्र में काम कर रही थी, लेकिन क्षेत्र में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। साथ ही इससे किसी तरह की क्षति नहीं हुई। क्षेत्रीय गवर्नर सर्जी लिसाक ने कहा कि मध्य निप्रॉपेट्रोस क्षेत्र में दो ड्रोन नष्ट कर दिए गए। इससे पहले रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से बयान आया था कि यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में आगे बढ़ने का प्रयास किया, जिसे रूसी सेना ने नाकाम कर दिया है और उसे आगे बढ़ने से रोक दिया।

मंत्रालय ने कहा था, "रूसी सेना ने यूक्रेनी सेना के हमले को रोकने के लिए अपनी सीमा रक्षा इकाइयों को तैनात किया, और हवाई हमले, मिसाइल हमले तथा तोपखाने की मदद से यूक्रेनी सेना को आगे बढ़ने से रोका।" शिन्हुआ की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुर्स्क में ज्यादा अंदर तक घुसने की अलग-अलग इकाइयों की कोशिशों को विफल कर दिया गया, और सुमी क्षेत्र में यूक्रेनी रिजर्व बलों के खिलाफ हवाई हमले किए गए। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, "रूसी सेना और सुरक्षा बल यूक्रेनी सेना के उन समूहों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं जो कुर्स्क क्षेत्र के सुद्जा और कोरेनेवो जिलों में मौजूद हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार को यूक्रेन की 22वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड के 300 से अधिक सैनिकों ने 11 टैंकों और 20 से अधिक बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों के साथ निकोलाएवो-दारिनो और ओलेशन्या की बस्तियों के पास रूसी सीमा सुरक्षा चौकियों पर हमला किया।

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बांग्लादेश में सेना की सहायता से पुलिस थाने फिर से खुले

बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान वीरान हो गए पुलिस थानों में सेना की सहायता से धीरे-धीरे सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं। छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और देश छोड़कर जाना पड़ा। उसके बाद, सभी पुलिस थानों की गतिविधियां ठप्प हो गईं। कई पुलिस थानों पर हमला किया गया, लूटपाट की गई और आग लगा दी गई, जिसके कारण कई अधिकारी अपने थानों को खाली करके छिप गए क्योंकि उन्हें और हमले होने का खतरा था। छात्र आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 400 से अधिक लोग मारे गए।

‘ढाका ट्रिब्यून’ समाचारपत्र ने सैन्य और पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि लगभग चार दिनों के बाद सेना की सहायता से लगभग 29 पुलिस थानों में गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं। गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली। उन्होंने देश में कानून और व्यवस्था को बहाल करने की प्रतिबद्धता जतायी है। प

च्चीस ईस्ट बंगाल रेजिमेंट के कंपनी कमांडर शखावत खांडाकर ने कहा, "यह देखते हुए कि अपराधी किस तरह से लोगों की हत्या कर रहे थे, जिसमें पुलिस भी शामिल थी, हमने फैसला किया कि पुलिस कर्मियों को बचाना बहुत जरूरी है। वे लोगों की सेवा करते हैं, हमें उन्हें सुधार का एक मौका देने की जरूरत थी।’’ खांडाकर ने कहा, "तेजगांव पुलिस थाने में कई हथियार हैं। यदि ये अपराधियों के हाथ लग गए, तो देश गंभीर खतरे में पड़ जाएगा। इसलिए हमने थाने की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाए।"

तेजगांव के पुलिस उपायुक्त अजीमुल हक ने कहा, "हम सेना के कर्मियों के आभारी हैं जो हमारे पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए आगे आए और लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज, हमने सेना की मदद से सभी पुलिस गतिविधियां शुरू कर दी हैं। मैं सभी नागरिकों से पुलिस थाने आने का अनुरोध करता हूं। हम आपकी सेवा के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि तेजगांव मंडल के छह पुलिस थानों में से तीन पुलिस थाने पूरी तरह से चालू हो गए हैं।

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इटली में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बीच कई इलाकों में आपातकाल घोषित

इटली में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी से लोगों का बुरा हाल है। इटली की क्षेत्रीय और नगर पालिका सरकारें देश में अत्यधिक गर्म और शुष्क ग्रीष्म काल के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित कर रही हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सार्डिनिया के सस्सारी में गुरुवार को भीषण सूखा और रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित की गई है। इतालवी द्वीप के उत्तरी भाग में स्थित सस्सारी ने अत्यधिक मौसम के कारण प्रभावित स्थानीय व्यवसायों की मदद के लिए अतिरिक्त धन जारी किया है। इससे पहले, इटली के दक्षिणी क्षेत्र कालाब्रिया ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने का अनुरोध किया था, जिससे आपातकालीन निधि जारी किया जा सके और और स्थानीय सरकारों को जल संरक्षण के लिए राशनिंग कार्यक्रम निर्धारित करने की अनुमति मिल सके।

सिसिली में भी स्थानीय सरकारों ने भी आपातकाल घोषित कर दिया है। दक्षिणी इतालवी क्षेत्र में, द्वीप के कुछ हिस्सों में कई सप्ताह से नियमित जल आपूर्ति नहीं हो रही है और इतालवी प्रायद्वीप के आखिरी छोर पर स्थित अपुलिया में भी यही स्थिति देखी गई है। लुकानियन जैतून उत्पादक संगठन ने कहा है कि इस वर्ष उनके जैतून के तेल का उत्पादन 95 प्रतिशत घट जाएगा। इटली के राष्ट्रीय किसान संघ कोल्डिरेटी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि इस साल असामान्य रूप से गर्म और शुष्क मौसम के कारण टमाटर और जामुन का राष्ट्रीय उत्पादन बहुत कम होगा।

मौसम संबंधी डेटा साइट इल मेटियो के अनुसार, दक्षिण और द्वीप क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस (108 डिग्री फारेनहाइट) तक पहुंचने की उम्मीद है। वर्षा की कमी के कारण गर्मी बढ़ गई हैं, जिससे पानी की बहुत ज्यादा कमी हो गई है। परिवारों और व्यवसायों के लिए स्थानीय राशनिंग की समस्या और किसानों के लिए बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। इतालवी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 'ऑरेंज' या 'रेड' अलर्ट वाले शहरों की संख्या बढ़ने वाली है। शनिवार तक रोम, फ्लोरेंस और पलेर्मो सहित देश के 27 सबसे बड़े शहरों में से 20 'ऑरेंज' या 'रेड' अलर्ट के अंतर्गत आ जाएंगे।

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मिस्र, कतर, अमेरिका ने इजरायल-हमास से वार्ता फिर शुरू करने की अपील की

मिस्र, कतर और अमेरिका के नेताओं ने इजरायल और हमास से युद्ध विराम समझौते को अंतिम रूप देने की अपील की। कहा है कि बिना समय गंवाए दोनों देश 15 अगस्त को वार्ता करें। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने गुरुवार को मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी संयुक्त बयान के हवाले से बताया, "तीनों देशों ने इजरायल और हमास को शेष सभी मतभेदों को दूर करने के लिए 15 अगस्त को दोहा या काहिरा में तत्काल चर्चा फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया ताकि बिना किसी देरी के समझौते को जल्द से जल्द लागू किया जा सके।" बयान के अनुसार, युद्ध विराम (सीजफायर) के लिए समझौता लगभग तैयार हो गया है, बस इसके अमल में लाने के तरीकों पर बात करनी बाकी है।

बयान में तीनों मध्यस्थों ने कहा, "अब और समय बर्बाद करने का कोई सवाल ही नहीं है, न ही किसी भी पक्ष के पास देरी के लिए कोई बहाना है। अब समय आ गया है कि बंधकों को रिहा किया जाए, युद्धविराम किया जाए और समझौते को लागू किया जाए।" काहिरा, दोहा और वाशिंगटन ने इजरायल और हमास के बीच एक समझौता कराया था, जो नवंबर 2023 के अंत में समाप्त हो गया था। इसमें दोनों पक्षों ने एक सप्ताह के लिए लड़ाई बंद करने का फैसला किया था। इस समझौते में फिलिस्तीनी कैदियों और इजरायली बंधकों के बीच अदला-बदली और गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाना शामिल था। युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के बाद भी परिणाम सकारात्मक नहीं रहे थे। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी दी कि पिछले 10 महीनों में गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष में अब तक 39,699 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 91,722 अन्य घायल हुए हैं।

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