अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडन ने कहा है राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटने और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन करने के उनके निर्णय का उद्देश्य राष्ट्र को एकजुट करना और ‘‘नयी पीढ़ी को बागडोर सौंपना’’ है। बुधवार को टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक भावुक संबोधन में बाइडन ने अमेरिकियों से कहा कि उन्होंने अमेरिकी लोकतंत्र को बचाने के लिए अपने 2024 के लड़खड़ाते चुनाव प्रचार अभियान को समाप्त करने का निर्णय लिया।
बाइडन ने ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति कार्यालय) से अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैंने निर्णय लिया कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि कमान नयी पीढ़ी को सौंपी जाए। यह हमारे देश को एकजुट करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। सार्वजनिक जीवन में लंबे अनुभव का भी एक वक्त और स्थान होता है तथा इसी के साथ नयी आवाज, युवा विचारों का भी एक वक्त और स्थान होता है, वह समय आ गया है।’’ बाइडन (81) ने कहा कि वह राष्ट्रपति कार्यालय का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें अपने देश से ज्यादा प्यार है। राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे लिए गर्व की बात रहा है, लेकिन लोकतंत्र की रक्षा में, जो दांव पर है, मुझे लगता है कि यह किसी भी उपाधि से अधिक महत्वपूर्ण है।’’
पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटने के तीन दिन बाद बाइडन ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि राष्ट्रपति के रूप में मेरा रिकॉर्ड, विश्व में मेरा नेतृत्व, अमेरिका के भविष्य के लिए मेरा दृष्टिकोण, ये सभी दूसरे कार्यकाल की ओर ले जाते हैं।’’ बाइडन ने 11 मिनट के अपने संबोधन में कहा, ‘‘लेकिन हमारे लोकतंत्र को बचाने के रास्ते में कुछ भी नहीं आ सकता। इसमें व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा भी शामिल है, इसलिए मैंने तय किया है कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका नयी पीढ़ी को कमान सौंपना है।’ उपराष्ट्रपति हैरिस के बारे में बाइडन ने कहा कि वह ‘‘अनुभवी हैं, मजबूत हैं, सक्षम हैं’’। उन्होंने हैरिस को एक ‘‘अच्छा साथी’’ बताया।
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नेपाल में एक दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिया गया है और उसे जांच टीम को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दुर्घटना में एक बच्चे सहित 18 लोग मारे गए थे। सौर्य एयरलाइंस का पोखरा जा रहा ‘बॉम्बार्डियर सीआरजे-200’ विमान बुधवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई। घटना में विमान में सवार 18 लोगों की मौत हो गई और पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों में चालक दल के दो सदस्य, एयरलाइन के तकनीकी कर्मचारी और चार वर्षीय एक लड़के सहित तीन लोगों का परिवार शामिल है।
नागर विमानन प्राधिकरण के उपमहानिदेशक हंस राज पांडे ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ बरामद कर लिया गया है और आवश्यक कार्रवाई के लिए जांच टीम को सौंप दिया गया है। जांच टीम का नेतृत्व नागर विमानन प्राधिकरण के पूर्व महानिदेशक रतीश चंद्र लाल कर रहे हैं और इसमें चार अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। टीम को 45 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट और सिफारिश सौंपनी हैं। पांडे ने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम करने के बाद उनकी पहचान की जा रही है और शुक्रवार तक शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
विमान दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति कैप्टन मनीष राज शाक्य काठमांडू मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल के सूत्रों ने कहा, ‘‘वह आईसीयू (गहन चिकित्सा कक्ष) में भर्ती हैं, लेकिन वह बोल पा रहे हैं।’’ संबंधित विमान नियमित रखरखाव कार्य के लिए पोखरा जा रहा था लेकिन यह हादसे का शिकार हो गया।
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को यहां अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तथा पिछले समझौतों का ‘‘पूर्ण सम्मान’’ सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस महीने दूसरी बार मिले दोनों नेताओं ने सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए जाने की आवश्यकता पर भी सहमति व्यक्त की।
जयशंकर ने यहां आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान वांग से मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सीपीसी (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना) पोलित ब्यूरो सदस्य और (चीन के) विदेश मंत्री वांग यी से आज वियनतियान में मुलाकात की। हमारे द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा जारी रही। सीमा की स्थिति निश्चित रूप से हमारे संबंधों की स्थिति पर प्रतिबिंबित होगी।’’ दोनों के बीच वार्ता पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद जारी रहने के बीच हुई जो मई में अपने पांचवें वर्ष में प्रवेश कर गया।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऐसे समय रूस की यात्रा करने को लेकर अमेरिका निराश है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन नाटो शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे थे। यह बात अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन सांसदों से कही, जिन्होंने भारत-रूस के बढ़ते संबंधों को लेकर चिंता जाहिर की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 8-9 जुलाई को रूस की आधिकारिक यात्रा की थी। यह यूक्रेन संघर्ष की शुरुआत के बाद से मोदी की पहली रूस यात्रा थी। भारत ने 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की अभी तक निंदा नहीं की है और लगातार बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के समाधान की वकालत की है।
दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने मंगलवार को यहां संसदीय बैठक में अमेरिकी सांसदों से कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी की मॉस्को यात्रा के प्रतीकवाद और समय को लेकर हमारी निराशा के बारे में आपसे पूरी तरह सहमत हूं। हम अपने भारतीय मित्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “यदि मैं उस यात्रा के संदर्भ पर कुछ प्रकाश डालूं तो संभव है कि आप कुछ आश्वस्त हों। मॉस्को जाने से दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी मुलाकात की थी।” लू ने कहा कि मॉस्को में रहने के दौरान मोदी ने क्या किया, इस पर अमेरिका सावधानीपूर्वक गौर कर रहा है।
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श्रीलंका के पूर्व सेना प्रमुख और लिट्टे के सफाए के लिए सैन्य अभियान के सूत्रधार फील्ड मार्शल सरथ फोंसेका ने औपचारिक रूप से आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की गुरुवार को घोषणा की और भ्रष्टाचार को खत्म करने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का संकल्प जताया। देश में राष्ट्रपति चुनाव 17 सितंबर से 16 अक्टूबर के बीच होगा। चुनाव की तारीख की घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
फोंसेका (73) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं श्रीलंका के लोगों के सामने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करना चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘76 वर्षों से हम एक अयोग्य राजनीतिक समूह के नेतृत्व में हैं जिसने हमें दिवालियापन की ओर धकेल दिया है। श्रीलंका को विकसित करने के लिए हमें भ्रष्टाचार को खत्म करना होगा। हमें आय सृजन को बढ़ावा देने के लिए अपने प्राकृतिक संसाधनों का लाभ उठाने की आवश्यकता है।’’
फोंसेका ने कहा, ‘‘यह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में मेरी औपचारिक और आधिकारिक घोषणा है।’’ उन्होंने तमिल देश बनाने के लिए लिट्टे के अलगाववादी अभियान को परास्त किया था। वह वर्ष 2010 के राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे के खिलाफ विपक्ष के मुख्य प्रतिद्वंद्वी थे जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। फोंसेका ने कहा कि वह सभी श्रीलंकाई लोगों को देश को भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए आगे बढ़ने को लेकर आमंत्रित कर रहे हैं।
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