राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया की पहली बहस के दौरान अर्थव्यवस्था, सीमा, विदेश नीति, गर्भपात और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति पर बहस हुई। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को झूठा और अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति करार दिया। गुरुवार रात को बाइडन और ट्रंप के बीच लगभग 90 मिनट हुई बहस के दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर निजी हमले किये। बाइडन ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को ‘‘मूर्ख और हारा हुआ व्यक्ति’’ करार दिया।
डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार बाइडन ने ट्रंप का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं हाल में ‘डी-डे’ के लिए फ्रांस में था और मैंने उन सभी नायकों के बारे में बात की जिन्होंने जान न्यौछावर की। मैं द्वितीय विश्व युद्ध और प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए नायकों के कब्रिस्तान में गया, जहां उन्होंने (ट्रंप) जाने से इनकार कर दिया था।’’ तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप ने 2018 के दौरे के दौरान इस कब्रिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया था।
उम्र के मामले में 81 वर्षीय बाइडन ने याद दिलाया कि 78 वर्षीय ट्रंप उनसे केवल तीन साल छोटे हैं। न्यूयॉर्क में एक पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देने के मामले में ट्रंप को दोषी ठहराए जाने का हवाला देते हुए बाइडन ने उन्हें ‘‘अपराधी’’ कहा था, जिस पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने बाइडन को ‘‘अपराधी’’ कहा। ट्रंप ने बाइडन के बेटे हंटर बाइडन को बंदूक खरीद से जुड़े एक मामले में दोषी ठहराए जाने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘जब वह एक दोषी अपराधी के बारे में बात करते हैं, तो उनका बेटा (हंटर बाइडन) एक बहुत ही उच्च स्तर का अपराधी है।’’
दोनों नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर बहस के दौरान बाइडन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उन्हें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। बाइडन ने कहा, ‘‘उन्हें (ट्रंप) बिल्कुल भी पता नहीं है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। मैंने इतनी मूर्खता कभी नहीं सुनी। यह वह व्यक्ति हैं जो नाटो से बाहर निकलना चाहते हैं।’’ ट्रंप ने राष्ट्रपति बाइडन की आव्रजन नीतियों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि इससे देश असुरक्षित हो गया है।
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श्रीलंका के आपराधिक जांच विभाग ने ऑनलाइन वित्तीय घोटाले में शामिल एक समूह के कम से कम 60 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि इन लोगों को बृहस्पतिवार को कोलंबो के उपनगरीय इलाकों मडीवेला और बट्टारामुल्ला तथा पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो से गिरफ्तार किया गया। पुलिस प्रवक्ता एसएसपी निहाल थलदुवा ने बताया कि अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने इन इलाकों में एक साथ छापेमारी की और इस दौरान 135 मोबाइल फोन और 57 लैपटॉप जब्त किए।
‘डेली मिरर लंका’ समाचार पत्र ने बताया कि यह कार्रवाई एक पीड़ित की शिकायत के आधार पर की गई जिसने आरोप लगाया था कि सोशल मीडिया पर संवाद करने के लिए उसे नकद राशि दिए जाने का वादा करके एक व्हाट्सऐप समूह में जोड़ा गया था। उसने बताया कि जांच में ऐसी साजिश का पता चला जिसके जरिए पीड़ितों को शुरुआती भुगतान के बाद धनराशि जमा करने के लिए मजबूर किया जाता था। समाचार पत्र के अनुसार, पेराडेनिया में एक व्यक्ति और उसके बेटे ने धोखेबाजों की मदद करने की बात स्वीकार की।
उसने बताया कि नेगोम्बो में एक आलीशान मकान पर छापेमारी के दौरान मिले महत्वपूर्ण सबूतों के आधार पर शुरुआत में 13 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और 57 फोन एवं कंप्यूटर जब्त किए गए। नेगोम्बो में बाद की कार्रवाई के दौरान 19 और लोगों को गिरफ्तार किया गया जिससे इस गिरोह के दुबई और अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय संबंधों का पता चला। रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़ितों में स्थानीय और विदेशी दोनों शामिल हैं। ऐसा संदेह है कि आरोपी वित्तीय धोखाधड़ी, अवैध सट्टेबाजी और जुए से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में शामिल थे।
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पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी है कि हाल में सेना द्वारा शुरू किये गये आतंकवाद रोधी अभियान के तहत अफगानिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठन टीटीपी की पनाहगाहों को भी निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने इसी के साथ प्रतिबंधित संगठन से किसी भी तरह की बातचीत से इनकार कर दिया क्योंकि इसके लिए कोई ‘सामान आधार’नहीं है। सरकार ने पिछले सप्ताह ‘ऑपरेशन अज्म-ए-इश्तेहकाम’ शुरू करने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य पाकिस्तान पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बढ़ते खतरे से निपटना है। टीटीपी के आतंकवादियों को अफगान तालिबान द्वारा अपनी जमीन का इस्तेमाल करने के लिए कथित तौर पर दी गई मौन सहमति की वजह से पाकिस्तान पर खतरा बढ़ता जा रहा है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक आसिफ ने वॉइस ऑफ अमेरिका को दिए साक्षात्कार में कहा कि आतंकवाद रोधी अभियान शुरू करने का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया गया है। अमेरिका के सरकारी समाचार नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय रेडियो प्रसारक से उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में स्थित टीटीपी की पनाहगाहों को निशाना बनाया जा सकता है और यह अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ नहीं होगा क्योंकि अफगानिस्तान आतंकवाद का ‘निर्यात’पाकिस्तान में कर रहा है एवं ‘निर्यातकों’ को वहां शरण दी जा रही है।
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इजराइली सेना ने एक बयान में कहा है कि लेबनान से लगभग 35 रॉकेट और मिसाइल उत्तरी इजराइल के सफ़ेद शहर पर दागे गए, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) की हवाई रक्षा प्रणाली ने अधिकांश मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोक दिया।" देश की मैगन डेविड एडोम बचाव सेवा के अनुसार, किसी की मौत या घायल होने की सूचना नहीं है। मेरोम हागलिल क्षेत्रीय परिषद ने एक बयान में कहा कि एक मिसाइल एक घर पर गिरा। अग्निशमन और बचाव प्राधिकरण ने बताया कि कई जगहों पर आग लग गई और बिजली गुल होने के कारण लोग लिफ्ट में फंस गए।
इस बीच, न्यूज़ एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान के नबातिह शहर और पूर्वी लेबनान के सोहमोर शहर पर एक दिन पहले हुए इजरायली हमलों के जवाब में सफ़ेद में इजरायली हवाई अड्डे पर रॉकेट से हमला किया है। लेबनानी सैन्य सूत्रों ने समाचार एजेंसी को बताया कि कुछ रॉकेटों को इजरायली आयरन डोम द्वारा रोक दिया गया। हिजबुल्लाह के ताजा हमले इजरायल-लेबनान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच हुए। इजरायल ने चेतावनी दी थी कि वह हिजबुल्लाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला करने के लिए तैयार है। एक अलग बयान में, आईडीएफ ने कहा कि इजरायली युद्धक विमानों ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान के राम्याह गांव में हिजबुल्लाह के सैन्य ढांचे पर हमला किया और अत तिरी गांव में हिजबुल्लाह के दो गुर्गों को मार गिराया। अज्ञात लेबनानी सैन्य सूत्रों ने सिन्हुआ को पुष्टि की कि रम्याह और हद्दाथा पर दो इजरायली हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के तीन सदस्य मारे गए और एक घायल हो गया। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद लेबनान-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ गया है।
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ईरान के 14वें राष्ट्रपति पद के लिए शुक्रवार को वोटिंग हुई। पिछले महीने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी जिसके बाद चुनाव आवश्यक हो गया था। गृह मंत्री अहमद वाहिदी ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा, "हम देश के 14वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू कर रहे हैं।" समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने मतदान केंद्र पर पहुंचकर पहला वोट डाला। इस दौरान उन्होंने ईरानी लोगों की एकता का आह्वान करते हुए एक स्पीच दी। अधिकारियों के अनुसार, 95 से अधिक राज्यों में लगभग 59 हजार मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी। 6.1 करोड़ से अधिक लोग चुनाव में वोट डालने के पात्र हैं।
ईरान के 14वें राष्ट्रपति का चुनाव 2025 के लिए निर्धारित था। लेकिन इब्राहिम रईसी की मौत के बाद चुनाव पहले ही कराना तय किया गया। शुरुआत में वर्तमान उपराष्ट्रपति अमीर-हुसैन गाजीजादेह हाशमी; तेहरान के मेयर अलीरेजा जकानी; संसदीय अध्यक्ष मोहम्मद बागेर गालीबाफ; परमाणु वार्ता के पूर्व शीर्ष वार्ताकार सईद जलीली; पूर्व गृह और न्याय मंत्री मुस्तफा पोर-मोहम्मदी और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मसूद पेजेशकियन उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल होने के लिए योग्य थे। बाद में हाशमी और जकानी ने गालीबाफ और जलीली के पक्ष में दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया।
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